रेलवे स्टेशन पर लगेगी खाद की रैक
बलरामपुर ।
यूरिया समेत अन्य उर्वरकों की खपत को देखते हुए जिला प्रशासन अब यूरिया की रैक यहीं रेलवे स्टेशन पर लगवाएगा। यहां से व्यापारी जिले के अलग-अलग हिस्सों में ले जाकर बेच सकेंगे।
अब तक गोंडा के माल गोदाम पर खाद की रैक लगती है, जहां से व्यापारी खाद लाकर जिले में बेच रहे हैं। कारोबारियों को इसकी ढुलाई पर 20 से 25 रुपये प्रति बोरी व्यय करना पड़ रहा है। खाद भेजने वाली कंपनी से पांच रुपये ही परिवहन खर्च मिला है।
ढुलाई पर ज्यादा खर्च हुई रकम को व्यापारी महंगा खाद बेचकर किसानों से वसूल रहे हैं। इसके चलते किसानों को खाद महंगी पड़ रही है। यहां रैक लगने पर किसानों को 10 से 20 रुपये सस्ती खाद मिलने की उम्मीद जगी है।
जिला कृषि अधिकारी डा. आरपी राणा ने बताया कि कृषि निदेशक को किसानों व व्यापारियों की इस परेशानी को इंगित करते हुए पत्र भेजा गया है कि जिले में यूरिया, पोटाश, डीएपी की आपूर्ति करने वाली उर्वरक उत्पादक कंपनियों को निर्देश दिया जाए कि वह अपनी कंपनी की खाद बलरामपुर रेलवे स्टेशन पर उतारे जिससे व्यापारियों को गोंडा जाकर लाने की जरूरत न पड़े।
रैक लगने पर 248 रुपये प्रति बोरी में खाद उठाने के बाद कोई भी व्यापारी 260 रुपये से अधिक में खाद की बिक्री नहीं कर पाएगा। चार लाख से अधिक किसानों को होगा 55 लाख का फायदा: जिले में चार लाख से अधिक किसान हैं जो साल भर में साढ़े पांच लाख से अधिक बोरी निजी फुटकर उर्वरक विक्रेताओं से खरीदकर 26000 मीट्रिक टन खाद अपने खेतों में डाल देते हैं। रैक लगवाने के बाद यदि किसानों को 10 रुपये बोरी भी सस्ती खाद मिली तो हर साल 55 लाख रुपये की बचत होगी।