बलरामपुर

विद्यार्थियों को शुद्ध पानी पिलाने पर फिरा ‘पानी’

बलरामपुर ।

राजकीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को शुद्ध पानी पिलाने की मंशा पर पानी फिर गया है। राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों व इंटर कालेजों में आरओ वाटर आपूर्ति का जिम्मा कार्यदायी संस्था को दिया गया था।

18 राजकीय हाईस्कूल व चार इंटर कालेजों में आरओ मशीन लगाने का दावा तो किया जा रहा है, लेकिन इनमें से अधिकांश संचालित नहीं हैं। खास बात यह है कि बिना आरओ की गुणवत्ता जांच किए संस्था को भुगतान भी कर दिया गया है।

वहीं प्रोजेक्ट अलंकार के तहत लाखों रुपये का बजट स्वीकृत होने के बाद भी राजकीय विद्यालय बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। दृश्य एक : राजकीय इंटर कालेज गैंसड़ी। प्रभारी प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि यहां प्रोजेक्ट अलंकार के तहत कायाकल्प के लिए 32 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं।

कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के तीन माह के अंदर भवन की रंगाई-पोताई, छत मरम्मत, टूटे खिड़की-दरवाजों की मरम्मत, टाइल्स, वाटर सप्लाई का कार्य करना है। पहली किस्त मिलने के बाद भी अब तक कार्य शुरू नहीं हो सका है।

दृश्य दो : राजकीय नवीन हाईस्कूल सहजौरा में 211 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। 130 उपस्थित मिले। विद्यालय का विद्युतीकरण नहीं हुआ है। इस कारण आरओ वाटर कूलर न लगने से विद्यार्थी छोटे नल का पानी पीते हैं।

फर्नीचर न होने से बच्चे टाट-पट्टी पर बैठते हैं। विज्ञान प्रयोगशाला में सामग्री नहीं है। प्रधानाचार्य सरिता आजाद ने बताया कि विद्यालय को प्रोजेक्ट अलंकार में चयनित नहीं किया गया है। इसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षक को प्रस्ताव दिया गया है।

दृश्य तीन : राजकीय इंटर कालेज इटई रामपुर में आरओ वाटर कूलर 2020 में लगा था, जो चालू हालत में है। शिक्षक आदेश कुमार ने बताया कि 575 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। यह विद्यालय प्रोजेक्ट अलंकार के लिए चयनित नहीं है। कायाकल्प के लिए अलग से कोई बजट नहीं मिला है। दृश्य चार : राजकीय हाईस्कूल महराजगंज तराई में आरओ वाटर कूलर चलता मिला। प्रधानाचार्य रामबचन ने बताया कि कक्षा नौ में 120 व हाईस्कूल में 121 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। कार्यदायी संस्था ने प्रोजेक्ट अलंकार के तहत रंगाई-पोताई कराई है।

विद्यालय में टाइल्स का कार्य नहीं हुआ है। शुरू की गई है जांच : -डीआइओएस गोविंद राम ने बताया कि राजकीय स्कूलों में आरओ वाटर कूलर व अलंकार प्रोजेक्ट के कार्यों की जांच शुरू की गई है।

रिपोर्ट- राजेन्द्र प्रताप देवगिरि।
रिपोर्ट- राजेन्द्र प्रताप देवगिरि।

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