इरादे बताए बेटियों ने – हक के लिए लड़ेंगी और आगे बढ़ेंगी
पीलीभीत।
बिलसंडा। बदलते जमाने के साथ बेटियों का आत्म विश्वास बढ़ा है। उनका कहना है कि वे अपने हक के लिए लड़ेंगी और आगे बढ़ेंगी।
100 मिलियन स्माइल के तहत कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. बीके सिंह ने कहा कि लड़की होने का मतलब यह कतई नहीं है कि आप किसी से डरें। खुद को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तीन काम करें। पहला पढ़ाई, दूसरा कमाई और तीसरा गलत के खिलाफ लड़ाई। बालिकाओं को जागरूक होकर अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बालिकाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। बस जरूरत है तो लगन तथा परिश्रम की। उन्होंने कहा कि कॉलेज आते जाते समय किसी भी प्रकार की समस्या आने पर अपने परिजन, अध्यापकों तथा पुलिस से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया पर सूझबूझ के साथ ही कोई भी पोस्ट करने की सलाह दी। किसी भी प्रकार की समस्या या छेड़छाड़ जैसी घटनाएं होने पर महिलाओं से संबंधित हेल्पलाइन 1090 अथवा 112 पर सूचना देनी चाहिए। उन्होंने बताया कि अब सरकार द्वारा इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए कड़े कानून बनाए हैं। देश की उन्नति महिला तथा पुरुषों के एक साथ सहयोग देने से ही होगी। छात्राओं को किसी के बहकावे में आकर गलत कदम नहीं उठाना चाहिए। ऐसा करने से उनका भविष्य खराब हो सकता है। इस दौरान विवेक कुमार, रियाज अहमद ,राजीव त्रिवेदी, पार्थ अग्रवाल ,गायत्री देवी प्रियंका देवी, प्रीति, दिव्यांशी, ,प्रमोद और हरेंद्र कुमार समेत कई लोग मौजूद रहे। इसके बाद नारी सशक्तीकरण विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता हुई जिसमें प्रिया प्रथम, निशा द्वितीय, दिव्यांशी तृतीय रहीं। निबंध प्रतियोगिता में रुपाली प्रथम, शना बी द्वितीय और नेहा गौतम तृतीय रहीं।
जमाना बदला है तो हम भी बदले हैं। आत्म विश्वास बढ़ा है। इसलिए हमें यकीन है कि हमारे सपने साकार होंगे।
– रुपाली कनौजिया
पहले से बहुत अधिक परिवर्तन आया है, लेकिन अभी भी बहुत सुधार की आवश्यकता है। इसमें सरकार से ज्यादा खुद की जागरूकता जरूरी है।
– शना बी
महिलाओं तथा बालिकाओं का जागरूक होना बहुत जरूरी है। इससे ही तरक्की का रास्ता मिलता है।
– प्रिया
शिक्षा से सिर ऊंचा कर जीवन यापन करने के लिए रास्ता मिलता है। इसलिए लगन के साथ पढ़ रही हूं। वर्ष 2022 में सपने होंगे साकार।
