पाबंदियों की फिक्र नहीं, न मुँह पर मास्क न सोशल डिस्टेनसिंग की परवाह
पीलीभीत।
शासन द्वारा जारी पाबंदियां शनिवार से लागू हो गईं, लेकिन शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक लोग कोरोना को लेकर गंभीर नहीं है। न मास्क लगा रहे हैं और न सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं। शनिवार को जब डीएम द्वारा आदेश जारी हुआ तो उम्मीद थी कि शहर के लोग सचेत हो जाएंगे, लेकिन जब शहर के अलग-अलग हिस्सों की हकीकत जानी तो तस्वीर बिल्कुल उलट नजर आई। भीड़भाड़ वाले इलाकों में न लोग मास्क लगाए नजर आए और न ही सामाजिक दूरी का पालन करते नजर आए। दुकानदार भी बिना मास्क का सामान दे रहे थे जबकि विशेषतौर से दुकानदारों से इस बात की अपील की गई थी।
शहर के मुख्य बाजार में जबरदस्त भीड़ नजर आई, लेकिन अधिकतर लोग न मास्क लगाए थे न सामाजिक दूरी का पालन कर रहे थे। दुकानों पर भी लोग बिना मास्क के सामान लेते नजर आए। जबकि दुकानदारों को निर्देश जारी किए कि बिना मास्क सामान दें।
यहां से गुजरने वाले अधिकतर लोग बिना मास्क के नजर आए। वाहनों से आने जाने वाले लोगों का यही हाल था। आसपास के दुकानदारों को भी कोविड गाइडलाइन की परवाह नहीं। जबकि कई वाहन स्कूलों के थे। बच्चे बिना मास्क के थे।
शाम 4.48 गौहनिया चौराहा
यहां से गुजरने वाले अधिकतर लोग बिना मास्क के थे। करीब पंद्रह मिनट तक देखा गया, लेकिन इक्का दुक्का लोगों को छोड़ दें तो सभी बिना मास्क के थे।
शाम 5.15 पेट्रोल पंप
पिछले साल कई पेट्रोल पंप ने बिना मास्क पेट्रोल नहीं दिया, लेकिन अभी तक कुछ ऐसा नजर नहीं आया। शनिवार को शहर में बंदिशें लागू हुई। उम्मीद थी कि पेट्रोल पंप पर कुछ अच्छी तस्वीरें देखने को मिलेंगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। तीन पेट्रोल पंप पर नजारा एक जैसा ही था। कोई भी ग्राहक मास्क लगाए नजर नहीं आया।
दुकानदारों से की गई है अपील
डीएम द्वारा जारी आदेश में दुकानदारों से विशेषतौर से अपील की है कि बिना मास्क वालों को सामान न दें। लेकिन ऐसा नजर कहीं नहीं आया। अधिकतर दुकानदार तो मास्क छोड़िए सामाजिक दूरी का भी पालन नहीं करा रहे।
अभी गंभीर नहीं लोग
मास्क पहनने, सैनिटाइजर का उपयोग, सामाजिक दूरी, इसको लेकर अभी शहर के लोग गंभीर नहीं हैं। मास्क और सैनिटाइजर व्यापारियों से बातचीत में यह बात साफ हो गई। बहुत कम लोग ही मास्क खरीद रहे हैं।
