अल्पसंख्यक आयोग सदस्य ने परखी अस्पतालों की सेहत
बलरामपुर।
अल्पसंख्यक आयोग सदस्य दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री सम्मान अफरोज ने तीन जिला अस्पतालों का निरीक्षण किया। इस दौरान बाहर की जांच व दवा लिखने एवं प्रसव कक्ष में प्रसूताओं से धन वसूली की शिकायत पर नाराजगी व्यक्त की। जिला मेमोरियल अस्पताल में गंदगी व दवा काउंटर पर मरीजों की भीड़ देखकर नाराज सदस्य ने दवा व पर्चा काउंटर की संख्या बढ़ाने की बात कही। जिला महिला अस्पताल में भीड़ को देखते हुए टोकन सिस्टम लागू करने का निर्देश दिया।
अल्पसंख्यक आयोग सदस्य सुबह सवा 10 बजे संयुक्त जिला अस्पताल पहुंचे। सबसे पहले इमरजेंसी कक्ष का निरीक्षण किया। ओपीडी पहुंचने के बाद बाल रोग विशेषज्ञ डा. सौरभ सिंह से बच्चों के इलाज के बारे में जानकारी ली। आर्थोपैडिक सर्जन डा. आरके पांडेय व महिला चिकित्सक डा. नैन्सी त्रिपाठी के कक्ष का निरीक्षण किया। कहा कि मरीजों को बाहर की जांच व दवाएं बिल्कुल न लिखी जाए।
कलवारी गांव निवासी अशोक कुमार ने कहा कि अपने भाई को अस्पताल के चिकित्सक डा. मयंक श्रीवास्तव को दिखाया था। कई दिनों से बुखार हो रहा था। सभी जांच व दवाएं बाहर की लिख दी गईं।
आयोग सदस्य ने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि कोई भी चिकित्सक बाहर की दवा व जांच नहीं लिखेगा। एक्स-रे, सीटी स्कैन सेंटर, अल्ट्रासाउंड व फिजियोथेरेपी कक्ष का भी निरीक्षण किया। प्रसव कक्ष में भर्ती मरीजों का रिकार्ड देखा। डायलेसिस यूनिट, पीकू वार्ड, जनरल वार्ड व डेंगू वार्ड का निरीक्षण कर मरीजों से बातचीत की।
आयोग सदस्य बोले अस्पताल में सारी सुविधाएं निशुल्क हैं, इसलिए कोई भी मरीज स्टाफ को पैसा न दे। सीएमएस डा. प्रवीण कुमार ने अस्पताल में एनेस्थेसिस्ट, कार्डियोलाजिस्ट व डेंटिस्ट की तैनाती न होने की बात कही। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष जमील अहमद, डा. एके यादव मौजूद थे।
जिला मेमोरियल अस्पताल के निरीक्षण के दौरान दवा वितरण व पर्चा काउंटर पर मरीजों की खचाखच भीड़ लगी हुई थी। महिला व पुरुष धक्का मुक्की कर रहे थे। आयोग सदस्य ने कहा कि दवा व पर्चा काउंटर की संख्या बढ़ाई जाए। महिला व पुरुष के लिए अलग अलग व्यवस्था की जाए। अस्पताल में गंदगी व खुली नालियों को देखकर आयोग के सदस्य ने नाराजगी जताई।
जिला महिला अस्पताल में चिकित्सक डा. पीके मिश्र के कक्ष के बाहर मरीजों की भीड़ थी। महिलाएं लाइन में लगकर अपने बारी का इंतजार कर रहीं थीं। सीएमएस डा. विनीता राय ने बताया कि अधिकतर महिलाएं डा. मिश्र को ही दिखाना चाहती हैं। इसी कारण यहां ज्यादा भीड़ रहती है। इस पर सदस्य ने कहा कि यहां टोकन सिस्टम लागू किया जाए।
