बाघ की दहशत में नहीं हो पा रही गन्ना छिलाई
लखीमपुर खीरी।
ममरी। जंगल में हाथियों का झुंड आने के बाद बाघ और तेंदुआ आसपास गन्ने के खेतों की ओर देखे जा रहे हैं। इसके चलते किसान गन्ने की कटाई और छिलाई करनेे में भी डर रहे हैं।
मोहम्मदी रेंज क्षेत्र की चार जगहों पर बाघ और तेंदुए गन्ने के खेतों में विचरण करते देखे जाने से किसानों में दहशत है। किसान गन्ने की छिलाई नहीं कर पा रहे हैं। बाकरगंज, धिरावां और छितौनिया में बाघ जबकि बाबरपुर गांव में खेतों की ओर तेंदुआ देखा गया है। तेंदुआ देखने से धान की कटाई कर रहे अमनदीप, विशाल, रवि प्रकाश, गुलशन आदि मजदूरों में भगदड़ मच गई।
किसानों का कहना है कि चीनी मिल गोला का पेराई सत्र 10 नवंबर से शुरू होना है। पेराई की इंडेंट भी आ चुकी है। खेतों में बाघ तेंदुए की चहलकदमी होने से गन्ने की कटाई छिलाई कर पाना मुश्किल हो रहा है। बाघ, तेंदुआ किस वक्त कहां पर हमला कर दे, कोई ठिकाना नहीं है। रेंजर नरेशपाल का कहना है कि हाथियों का झुंड जब से जंगल में आया है। तभी से वन्यजीव जंगल छोड़ गन्ने में चले गए हैं। बाघ और तेंदुआ गन्ना छोड़ने को तैयार नहीं है। ऐसी दशा में सतर्कता बरतने के अलावा कोई उपाय नहीं है।
