अपहरण: तीन दिन में ही बच्ची को ढूंढा, आरोपी महिला भी गिरफ्तार
कानपुर में घंटाघर से अपहृत डेढ़ महीने की बच्ची को पुलिस ने बिहार के छपरा से सकुशल तलाश कर लिया है। बुधवार को पुलिस बच्ची को अपने कब्जे में लेकर कानपुर के लिए रवाना हुई। साथ ही बच्ची को अगवा करने वाली महिला को भी पकड़ लिया। गुरुवार को महिला को पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। बच्ची भी परिजनों के सुपुर्द की जाएगी।
उन्नाव निवासी शांति देवी तीन अप्रैल को ट्रेन से गाजीपुर से कानपुर पहुंची थी। इस दौरान ट्रेन में रेखा नाम की महिला उनको मिली। बातचीत होते होते दोस्ती हो गई थी। जब दोनों सेंट्रल स्टेशन पर उतरीं थीं, तो दोनों एक होटल में खाना खाने चली गई थीं। तभी रेखा पलक झपकते ही शांति की डेढ़ माह की बेटी सृष्टि को लेकर भाग निकली थी। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी। डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि सर्विलांस की मदद से पता चला कि महिला छपरा की रहने वाली है।
मोबाइल ट्रेस करते हुए पुलिस की टीम बुधवार को उस तक पहुंच गई और उसको पकड़ लिया। उसके बाद से सृष्टि भी सुरक्षित मिल गई। डीसीपी ने बताया कि ट्रांजिट रिमांड पर आरोपी रेखा को लेकर पुलिस कानपुर आ रही है। कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद उसको जेल भेजा जाएगा। बच्चा चोर गिरोह से भी आरोपी रेखा का नाता हो सकता है।
आरोप लगा तो दो दिन के भीतर तलाश ली बच्ची
पिछले एक महीने से पीड़िता बच्ची की तलाश के लिए हरबंश मोहाल पुलिस से गुहार लगा रही थी। मगर पुलिसकर्मी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। परिजनों ने सोमवार को आरोप लगाया था कि दरोगा बिहार जाने के लिए 50 हजार रुपये मांग रहा है। इसकी खबर प्रकाशित होने के बाद उच्चाधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया। तब दो दिन के भीतर पुलिस बच्ची तक पहुंच गई। वहीं, रिश्वत मांगने के आरोपी दरोगा की जांच एसीपी कलक्टरगंज कर रहे हैं। उनका कहना है कि दरोगा के लौटने पर जांच आगे बढ़ेगी।
