पेड़ पर चल रहे कुल्हाड़े
बलरामपुर।
सोहेलवा वन्यजीव प्रभाग के बराहवा व बनकटवा रेंज में जंगली लकड़ियों की कटान पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। पेड़ों की अवैध कटान से हरा-भरा जंगल खंखार हो रहा है। जंगली जीव-जंतुओं के रहने का ठिकाना भी नष्ट हो रहा है, इससे वह रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं। संतुलन बिगड़ने से इंसानों व जीव-जंतुओं के बीच संघर्ष बढ़ेगा। वन्यजीव प्रेमियों ने डीएम को शिकायती पत्र भेजकर जंगल से पेड़ों की अवैध कटान पर अंकुश लगाने की मांग की है।
क्षेत्रवासी रामकुमार, देवता प्रसाद, सुधीर, संजय, राजू, मनोहर आदि ने डीएम को भेजे गये शिकायती पत्र में कहा है कि बराहवा व बनकटवा रेंज में माफिया हरे पेड़ों की कटान कर रहे हैं। पेड़ों की अवैध कटान से जंगल खंखार हो रहा है। वन माफिया जंगल से लकड़कट्टों की मदद से पेड़ों को कटवाकर साइकिल व बाइक पर लकड़ियां लादकर सुनसान स्थानों पर ले जाकर छिपा देते हैं। रात के समय लकड़ियों को बड़े वाहनों में लादकर बाहर भेज दिया जाता है, जहां महंगे दामों में इन्हें बेचा जाता है।
हरे पेड़ों की कटान से जंगली जीव-जंतुओं का आशियाना भी छिन रहा है। भोजन-पानी की तलाश में जंगली जीव-जंतु रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं। इससे इंसानों व वन्यजीवों के बीच संघर्ष भी बढ़ रहा है। आए दिन जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में आकर इंसानों व मवेशियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
इन लोगों ने डीएम से मांग की है कि जंगल काटने वाले लकड़कट्टों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, जिससे जंगल को खंखार होने से बचाया जा सके। डीएफओ प्रखर गुप्ता ने बताया कि वन माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। लकड़ी काटने वाले कई लोगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है। जंगल को हरा-भरा बनाने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है।
![ब्यूरो रिपोर्ट- टी.पी. पाण्डेय।](https://www.crimeweek.in/wp-content/uploads/2021/08/IMG-20210712-WA0152-1.jpg)