आपरेशन भी नहीं तलाश पाया इनके अपने
बाराबंकी।
बिछड़े लोगों को परिवारजन तक पहुंचाने के लिए पुलिस की ओर से आपरेशन तलाश चलाया जा रहा है। लेकिन, जिला चिकित्सालय में भर्ती दो महिला सहित चार लावारिसों को उनके अपनों तक नहीं पहुंचा सकी है।
इसमें पार्वती नामक महिला तो दो साल से अस्पताल में ही अपनों का इंतजार कर रही है। वह शारीरिक रूप से अब स्वस्थ है लेकिन वह अपने घर का पता नहीं बता पा रही। पति का नाम विजय बताती है। कलम से कापी पर हिदी वर्णमाला के साथ ही मोबाइल नंबर लिखती है जो सही नहीं होते। जिला चिकित्सालय की ओर से नगर कोतवाली पुलिस को कई बार पत्र लिखा जा चुका है लेकिन पुलिस भी कुछ नहीं कर पा रही।
पार्वती को 14 अक्टूबर 2019 को नगर के मुहल्ला सत्यप्रेमीनगर में चोटिल अवस्था में पुलिस ने सभासद पंकज मिश्र की सूचना पर बरामद कर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया था। इलाज के बाद उसकी सेहत सुधर गई लेकिन अपने जिला, गांव परिवारजन के किसी का फोन नंबर नहीं याद आया। इमरजेंसी वार्ड संख्या तीन का बेड संख्या तीन ही पार्वती का पता है। चिकित्सालय की नर्सें व अन्य कर्मचारी उसे भोजन-नाश्ता व कपड़ा उपलब्ध कराते हैं। इस वार्ड में बेड संख्या आठ पर भर्ती करीब 45 वर्षीय महिला को पुलिस ने 13 नवंबर को भर्ती कराया था। बेड संख्या पांच पर भर्ती अज्ञात व्यक्ति 16 दिसंबर को चौथी बार आया। एक अन्य पप्पू नामक युवक भी 15 दिन से भर्ती है।
इनसेट- लावारिस मरीजों के इलाज के साथ ही भोजन की भी पूरी व्यवस्था है। इन्हें इनके परिवारजन तक पहुंचाने या किसी स्वयंसेवी संस्था के हवाले करने के संबंध में एसडीएम व डीएम से पत्राचार कई बार किया जा चुका है।