उत्तर प्रदेशराज्यलखीमपुर खीरी

जिला अस्पताल में शुरू हुआ प्लांट, नहीं होगी ऑक्सीजन की दिक्कत।

लखीमपुर खीरी।

कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आने की आशंका को लेकर स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से अलर्ट है। दूसरी लहर में ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए जिला अस्पताल सहित जिले में 10 ऑक्सीजन प्लांट बन रहे हैं। इसमें से सात बनकर तैयार हैं। सोमवार को केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने जिला अस्पताल के प्लांट का शुभारंभ कर दिया। अस्पताल प्रशासन का दावा है कि यहां प्रति मिनट 833 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन होगा।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप कम होने के बाद विशेषज्ञ तीसरी के आने की आशंका जताने लगे, क्योंकि कुछ राज्यों में कोरोना का नया स्वरूप डेल्टा प्लस से लोग संक्रमित मिले थे।

दूसरी लहर में सबसे ज्यादा किल्लत ऑक्सीजन को लेकर हुई थी। तमाम लोगों की मौत अस्पतालों में बेड और समय पर ऑक्सीजन न मिलने के कारण हुई। कोरोना की संभावित तीसरी लहर में दूसरी लहर जैसे हालात पैदा न हो, इसके लिए ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता को लेकर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया, जिसके बाद जिला अस्पताल सहित 10 सीएचसी पर प्लांट लगने शुरू हो गए। पिछले दिनों जिला अस्पताल का प्लांट बनकर तैयार हो गया, जिसका सोमवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि जिले में अब न तो मरीजों को भर्ती करने में दिक्कत होगी और न ही ऑक्सीजन की, क्योंकि जल्द ही मोतीपुर में 200 बेड का अस्पताल भी शुरू हो जाएगा।
सदर विधायक योगेश वर्मा, कमिश्नर रंजन कुमार, डीएम डॉ. अखिलेश कुमार चौरसिया, सीएमओ डॉ. शैलेंद्र भटनागर, सीएमएस डॉ. सीएस सिंह, डॉ. संतोष मिश्रा, डॉ. केपी सिंह, कार्तिकेय मिश्रा, डीपीएम अनिल यादव, आरके गुप्ता आदि मौजूद रहे।

सीएमओ का दावा, ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर हुआ जिला
लखीमपुर खीरी। जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट शुरू होने के बाद सीएमओ डॉ. शैलेंद्र भटनागर ने दावा किया कि ऑक्सीजन के मामले में जिला काफी हद तक आत्मनिर्भर हो गया है।
यहां बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन को लेकर मची मारामारी के बाद जिले में दस प्लांट बनने शुरू हुए, इसमें से सात तैयार हो गए हैं। दूसरी लहर में तीमारदार मरीज के लिए 30 हजार तक का एक सिलिंडर खरीदने को मजबूर हुए थे। मगर, प्लांट शुरू होने से अब उम्मीद की जा रही है कि इस तरह की नौबत नहीं आएगी।

मेडिकल वार्ड में कमिश्नर के न आने से मरीज और तीमारदार निराश
लखीमपुर खीरी। सोमवार को ऑक्सीजन प्लांट के उद्घाटन के बाद कमिश्नर रंजन कुमार ने जिला अस्पताल के टीकाकरण बूथ का निरीक्षण किया। उन्होंने वैक्सीनेशन की तैयारियां देखने के बाद ऑब्जरवेशन रूम में डॉ. राधा मिश्रा, गीता, रेणुका, अरविंद कुमार से जानकारी ली पर मेडिकल वार्ड में नहीं गए। मेडिकल वार्ड में भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों का कहना था कि काश कमिश्नर यहां भी घूम जाते।
इधर, वैक्सीनेशन प्रभारी एसीएमओ डॉ. आरपी दीक्षित ने कमिश्नर को बताया कि मेगा डे के तहत सोमवार को 78300 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य है। इसके लिए शहर में 19 कैंप लगाए गए हैं। कमिश्नर ने ऑक्सीजन सप्लाई युक्त वार्ड का निरीक्षण किया। ऐसे में उनके आने की सूचना से टीकाकरण केंद्र पर चाक चौबंद व्यवस्था रही। पहले घंटों धूप में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करने वालों के लिए सोमवार को लिए टेंट लगा था। मगर, मेडिकल वार्ड के हालत जस के तस रहे।
यहां बता दें कि इससे पहले निरीक्षण के लिए आए एडी हेल्थ ने वार्ड में पंखे न चलने पर नाराजगी जताते हुए इमरजेंसी ओपीडी में पंखे लगवाए और अन्य जगह पर लगवाने के निर्देश दिए थे। मगर, उनके जाने के बाद अस्पताल प्रशासन ने न तो मेडिकल पुरुष वार्ड की सुध ली और न ही महिला वार्ड की। इसी का परिणाम रहा कि मेडिकल पुरुष वार्ड की गैलरी में लगे पंखे भी ठप हो गए। इससे तीमारदार उमस भरी गर्मी से परेशान मरीजों के लिए घर से पंखा लेकर आने को मजबूर रहे। ऐसे में मेडिकल वार्ड में भर्ती मरीजों का कहना था कि एक बार साहब हमारे वार्ड का निरीक्षण कर लेते तो कम से कम इनकी भी एक दिन के लिए ही सही दशा सुधर जाती।

रिपोर्ट- हसमत।
रिपोर्ट- हसमत।

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