जिम्मेदार अधिकारी के सह पर खुलेआम संचालित हो रहे हैं अनेकों चौराहों पर अवैध रूप से मेडिकल स्टोर एवं हास्पिटल
अम्बेडकर नगर।
जनपद के आलापुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत अनेकों चौराहों पर अवैध मेडिकल स्टोर और अवैध हॉस्पिटल खुलेआम संचालित हो रहे हैं। लेकिन विभाग किसी भी मेडिकल स्टोर को और किसी भी हॉस्पिटल को जांच नहीं करता है। आपको बता दें इसके पीछे बहुत बड़ी वजह यह है कि हर हॉस्पिटल मेडिकल स्टोर का महीने के दिन पैसा सम्बंधित अधिकारियों को जाता है।
स्वास्थ्य विभाग ऐसे अवैध मेडिकल स्टोर एवं हॉस्पिटलों पर नकेल नहीं कसता यदा-कदा ही एकाध हॉस्पिटल व मेडिकल स्टोर सील कर इतिश्री कर लिया जाता है। और देखा जाता है कि कुछ ही दिन में ऐसे मेडिकल स्टोर अस्पताल पुनः संचालित हो जाते हैं।
बसखारी रामनगर जहांगीरगंज गिरैया सरजूनगर मदैनिया गढ़वल राजेसुलतानपुर सिंघलपट्टी पदुमपुर गढवल मदैनिया साबित पुर देवरिया बाजार आदि बाजारों में अवैध हॉस्पिटल का भरमार है और बिना डिग्री के खुलेआम ऑपरेशन भी करते हैं। मजे की बात यह है कि इन हॉस्पिटल के ऊपर बड़े-बड़े होर्डिंग भी लगाए गए हैं जिन पर कोई भी कार्यवाही नहीं होती है। बिना रजिस्ट्रेशन के मेडिकल स्टोर संचालित हो रहे हैं आश्चर्यजनक बात यह है कि हर मेडिकल स्टोर पर एक सूचना जारी है की मेडिकल स्टोर अपने दुकान के बाहर 10% से लेकर 30% तक का छूट का नोटिस चस्पा करें लेकिन बाजारों में देखा जाता है कि किसी भी मेडिकल स्टोर के बाहर कोई भी नोटिस नहीं चस्पा है। और प्रिंट रेट पर मेडिकल स्टोर पर दवाएं धड़ल्ले से बेची जा रही है। यदि मरीज के द्वारा विरोध का किया जाता है तो जीएसटी और अन्य टैक्सों को मिलाकर दवा का मूल्य बताया जाता है जबकि यदि देखा जाए तो दुकानदार ना तो टैक्स देता है न उसके दवा बेचने का लाइसेंस है। जिस पर संबंधित विभाग का कोई भी अधिकारी शिकायत के बावजूद भी जांच पड़ताल करने से डरता है। जिससे साबित होता है कि कहीं ना कहीं से साठ गांठ जरूर है।
रिपोर्ट- दिनेश कुमार।