अधिवक्ताओं ने निकाला कैंडल मार्च
लखनऊ
सेंट्रल बार एसोसिएशन के डॉ राजेंद्र प्रसाद सभागार से प्रेरणा स्थल स्वास्थ्य भवन चौराहा तक शांतिपूर्वक एक कैंडल मार्च निकाला गया । शोक संवेदना महिला अधिवक्ता माया रावत जी के लिए काफी संख्या में अधिवक्ताओं ने श्रद्धांजलि देते हुए ।
अधिवक्ताओं ने बताया दिव्यांग अधिवक्ता माया रावत जी ज्यूडिशल सिस्टम से न्याय की गुहार लगाती रही लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला, इस बात से न्याय प्रक्रिया पर सवाल उठता है, जब एक अधिवक्ता न्याय पाने में असमर्थ है तो आम जनमानस की क्या स्थिति होती होगी, यह बहुत बड़ा विचारणी विषय है ज्यूडिशल सिस्टम की वजह से लोगों को न्याय मिलने में अत्यधिक समय लग जाता है फिर मजबूरन आत्महत्या करने के लिए पीड़ित विवस हो जाता है पीड़ित दस वर्षों से न्यायालय के चक्कर काट रही थी।
फिर भी न्याय पाने में असमर्थ रही । न्यायालय का दरवाजा खटखटाते खटखटाते जब पीड़ित को न्याय नहीं मिला, तो आत्महत्या करने पर मजबूर हो गयी , आत्महत्या करने से पहले पीड़िता ने डिजिटल प्लेटफॉर्म फेसबुक पर अपनी पीड़ा और ज्यूडिशल सिस्टम के बारे में अपनी बात रखी थी। लेकिन फिर भी न्याय पाने में असमर्थ