अभियंता कार्यालय पर विद्युत विभाग के सैकड़ों आंदोलनकारी कर्मियों ने धरना प्रदर्शन किया
बलरामपुर।
विद्युत कर्मियों का आंदोलन तेज होता जा रहा है। विभाग के निजीकरण , पुरानी पंशन बहाली, वेतनमान बढ़ाए जाने को लेकर संयुक्त संघर्ष समिति व सरकार के बीच हुए समझौते को लागू न किए जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन जारी है। विद्युत विभाग के सैकड़ों आंदोलनकारी कर्मियों ने गुरुवार को अधिशाषी अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। आंदोलनकारी विद्युत कर्मियों का प्रदर्शन गुरुवार को भी जारी रहा।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए अधिशासी अभियंता बाल कृष्ण ने कहा की सरकार विद्युत विभाग का निजीकरण करके कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। यदि हम खामोश बैठे रहे तो आने वाली नस्ल हमें माफ नहीं करेंगी। उन्होंने कहा की सबको मिलकर इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और निजीकरण का खुलकर विरोध होने चाहिए। सहायक अभियंता प्रेमचंद ने कहा की पहले हमारी पेंशन को खत्म किया गया और अब धीरे धीरे कर एक-एक सरकारी संस्थाओं का निजीकरण किया जा रहा है। जिसे कर्मचारी किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं करेगा।
विद्युत कर्मचारियों के हड़ताल के कारण जिले में विद्युत व्यवस्था गड़बड़ा गई है सबसे ज्यादा दिक्कत उपभोक्ता को उठानी पड़ रही है। ऐसे उपभोक्ता है कि जिनके विद्युत कनेक्शन या तो कट गए हैं या लाइन खराब होने की वजह से विद्युत आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जिसके कारण विद्युत उपभोक्ता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आंदोलनकारियों में अवर अभियंता संतोष मोर्या, राज्य विद्युत परिषद अभियंता शाखा के सचिव मोहम्मद अजीज जूनियर इंजीनियर संगठन के जिला अध्यक्ष केके तिवारी, कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष आशीष शुक्ला विद्युत मजदूर संगठन के अध्यक्ष, नवल कुमार श्रीवास्तव विद्युत कर्मचारी सहायक संघ के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बिजली कर्मचारी संघ के अध्यक्ष आरपी सिंह। विद्युत निविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गौरव श्रीवास्तव विद्युत कर्मचारी मोर्चा के सौरभ श्रीवास्तव सहित भारी संख्या में विद्युत कर्मी मौजूद रहे।
