पांचवीं मोहर्रम का जुलूस
बलरामपुर।
मुहर्रम की पांचवीं तारीख को सुन्नी इमामबाड़े से अलम का जुलूस बड़े ही अकीदत के साथ निकाला गया। अलम के जुलूस में शामिल अकीदत मंद या हुसैन-या हुसैन… का नारा बुलंद कर रहे थे। रास्ते में लोगों ने अपनी मन्नत के मुताबिक अलम में रुपये, साफा व लरी बांधकर दुआ भी मांगी।
शहर के नई बाजार स्थित पन्नालाल हलवाई सुन्नी इमामबाड़ा से प्रबंधक साबिर अली के नेतृत्व में अलम का जुलूस निकाला गया। जुलूस इमामबाड़े से निकलकर भंडारखाना होते हुए बड़ा पुल चौराहा स्थित शहीद मर्द की मजार पहुंचा। जहां फातिहा पढ़ने के बाद जुलूस बलुहा मोहल्ला होते हुए गदुरहवा स्थित बाबा हुरमत शाह के आस्ताने पर पहुंचा। वहां सलामी पेश करने के बाद जुलूस नगर पालिका व पुरानी चौक होते हुए वापस सुन्नी इमामबाड़ा पहुंचकर समाप्त हुआ।
जुलूस के मार्ग पर अकीदत मंदों ने जगह-जगह प्याऊ व मिष्ठान के स्टाल लगाकर जुलूस में शामिल लोगों को जलपान कराया। इस दौरान लोगों ने अलम में रुपये, साफा व लरी बांधकर अपने परिवार की सलामती के लिए दुआ मांगी। जुलूस में मो. शकील, जमील अहमद, नजीर, नासिर बाबा, रज्जब, नाजिम, सगीर, फैसल समेत सैकड़ों अकीदतमंद शामिल हुए। इस दौरान शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए नगर कोतवाल संजय कुमार दुबे पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।
