*उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड में कार्यरत लगभग 1250 कर्मचारियों को वेतनमान से वंचित रखे जाने के सन्दर्भ में आन्दोलन एवं कार्यबहिष्कार किया गया*
पी०सी०एफ० सहकारिता विभाग की एक शीर्ष अग्रणी संस्था है तथा सहकारिता आन्दोलन को आगे बढाने एवं कृषक हित के कार्यों में दिन- रात कार्य कर रही है। भारत सरकार एवं राज्य सरकार की कृषकों से सम्बन्धित समस्त योजनाओं को सीधे कृषकों तक पहुँचाने का कार्य वर्ष 1943 से हमारी संस्था यू०पी० कोआपरेटिव फेडरेशन लि०, जिसे संक्षिप्त में पी०सी०एफ० के नाम से जाना जाता है, के माध्यम से किया जा रहा है। पी०सी०एफ० का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार द्वारा निर्धारित एम०एस०पी० पर कृषकों की धान, गेहूँ, दलहन एवं तिलहन को कय कर बिचौलियों के शोषण से मुक्त कराना एवं कृषकों को उचित दर पर उवर्रक, बीज, रसायनिक दवायें तथा अन्य कृषि निवेश उपलब्ध कराकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अग्रसर है। वर्तमान में इस कार्य हेतु संस्था के लगभग 1250 अधिकारी एवं कर्मचारी निरन्तर कार्य कर रहे हैं। महोदय पी०सी०एफ० के कर्मचारी/अधिकारी कृषकों के हितों के कार्य में दिन-रात लगे रहते हैं, बावजूद इसके केन्द्र एवं राज्यों की सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं में दिनांक 01 जनवरी, 2016 से सातवें वेतन आयोग की संस्तुति को स्वीकार करते हुए वेतनमान निर्धारित किया जा चुका है। किन्तु पी०सी०एफ० संस्था के कर्मचारियों,अधिकारियों को तदिद्दनांक तक सातवे वेतनमान का लाभ प्राप्त नहीं हुआ है। आप बढ़ते हुए महँगाई दर से स्वयं अवगत हैं, जिसके कारण कर्मचारियों एवं उसके परिवार की जीवन स्तर दिन-प्रतिदिन नीचे गिर रहा है। अब तक राज्य कर्मचारियों के लिए जो भी शासनादेश जारी हुए है, उनको पी०सी०एफ० ने अंगीकार करके समस्त कार्मिकों को इसका लाभ दिया गया है, परन्तु सातवाँ वेतनमान संस्था में लागू न होने से कर्मचारियों में घोर असंतोष एवं आकोश व्याप्त है।हम समस्त कर्मचारियों की प्रमुख माँगे सातवे वेतन आयोग की संस्तुति के आधार पर पी०सी०एफ० के समस्त कार्मिकों को 01 जनवरी, 2016 से सातवे वेतनमान का लाभ प्रदान कराया जाये। महोदय पूर्व में दिनांक 08.11.2021 दिये गये मांग पत्र पर आन्दोलित कर्मचारियों से वार्ता कर जिन बिन्दुओं पर सहमति बनी थी, उन पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई (छायाप्रति संलग्न)। कर्मचारियों की मांगे निरन्तर बनी रहें व समय-समय पर प्रबन्ध निदेशक महोदय को कई बार मांग पत्र सौंपे गये, किन्तु स्थिति यथावत् बनी हुई है। महोदय आपको अवगत कराना चाहेगे कि यूनियन एवं कर्मचारी अपनी तमाम मांगो को लेकर आंदोलित है और यूनियन इस कम में दिनांक 26.07. 2024 को प्रबन्ध निदेशक महोदय को सम्बोधित एक मांग पत्र दिया था उस पर प्रबन्ध तंत्र ने कोई ध्यान नही दिया। दिनांक 20.08.2024 को प्रेषित नोटिस के पश्चात भी प्रबन्ध तंत्र का रवैया अड़ियल बना रहा और यूनियन से किसी भी तरह से कोई वार्ता कर समस्या का हल निकालने का प्रयास नही किया गया ।