बाघ की मौत की जानकारी पर दौड़ी टीम
उन्नाव।
लखनऊ-कानपुर हाईवे पर वाहन की चपेट में आकर एक बाघ की मौत की जानकारी पर वन विभाग की टीम परेशान रही। एक घंटे तक वन विभाग की रेस्क्यू टीम हाईवे के आसपास जंगल की खाक छानती रही। वायरल पोस्ट गलत साबित होने पर राहत की सांस ली।
शनिवार को सोशल मीडिया पर वाहन द्वारा बाघ को रौंदने और एनएचएआई की हाईवे रेस्क्यू टीम द्वारा बाघ के शव को बरामद करने की पोस्ट वायरल हुई। घटनास्थल लखनऊ-कानपुर हाईवे के पक्षी विहार के जंगलों के समीप का दर्शाया गया। बाघ का शव मिलने की सूचना पर वन विभाग में हड़कंप मच गया। वन क्षेत्राधिकारी मयंक सिंह ने मामले की जानकारी करना शुरू किया। डीएफओ ईशा तिवारी भी मौके पर पहुंच गई। एक घंटे तक एक किमी क्षेत्र में सर्च अभियान के बाद कोई बाघ का शव न मिलने पर राहत की सांस ली। इसके बाद टीम वापस लौट गई।
वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि संरक्षित बाघ की मौत हो जाने की पोस्ट भ्रामक निकली। पक्षी विहार रेंज में (वाइल्ड कैट) जंगली बिलौटा काफी संख्या में है। उसका ही अनुमान लगाया जा रहा है। वाइल्ड लाइफ इंचार्ज विवेक वर्मा ने बताया कि फोटो में दिख रहा जीव वाइल्ड कैट लग रहा है। वन्यजीव प्रतिपालक लखनऊ अबू अरशद ने बताया कि बाघ और बिलौटे की कालीधारियों में अंतर होता है। एहतियात के तौर पर टीम को अलर्ट कर दिया गया।