चार दिनों तक बंद रहेंगे उत्प्रवाह वाले उद्योग
उन्नाव।
माघ मेला के दौरान टेनरी, स्लाटर हाउस व उत्प्रवाह वाली अन्य औद्योगिक इकाइयों को बंद करना होगा। स्नान पर्व से तीन दिन पहले (कुल चार दिन) उद्योग का उत्पादन बंद करना होगा। बैठक में उद्यमियों ने डीएम से लोनी ड्रेन का पानी गंगा में न जाने का दावा किया। डीएम ने किसी भी तरह की छूट देने से इनकार कर दिया।
प्रयागराज में होने वाले माघ मेला को लेकर डीएम रवींद्र कुमार ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, निगरानी कमेटी और उद्यमियों के साथ बैठक की। रोस्टर के अनुसार सभी जल प्रदूषणकारी उद्योगों, सीईटीपी (कॉमन इंफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) व एसटीपी (सेप्रेट ट्रीटमेंट प्लांट) और नालों की टैपिंग करने के आदेश दिए। टेनरी संचालकों ने बताया कि पिछले साल प्रशासन ने सर्वे कराने के बाद कुंभ मेला के दौरान लोनी ड्रेन से जुड़े उद्योगों के संचालन की अनुमति दी गयी थी। डीएम ने कहा कि शासन के आदेश के अनुसार रोस्टर अवधि में उद्योगों की उत्पादन प्रक्रिया बंद किया जाना है। ऐसे में रोस्टर अवधि में संचालन की अनुमति नहीं दी जा सकती। इंडेग्रो फूड्स स्लाटर हाउस के प्रतिनिधि नीरज त्रिवेदी ने बताया कि स्लाटर हाउस से निकलने वाले पानी को हौज में एकत्र कर लिया जाता है। बाद में उसे ईटीपी में शोधित करने के बाद बहाया जाता है। उन्होंने उद्योग को 50 प्रतिशत उत्पादन क्षमता पर संचालित करने की छूट देने की मांग की। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने अनुमति देने से इनकार कर दिया।
14 जनवरी मकर संक्रांति, 17 जनवरी पौष पूर्णिमा, 1 फरवरी मौनी अमावस्या, 5 फरवरी बसंत पंचमी, 16 फरवरी माघ पूर्णिमा, 1 मार्च को महाशिवरात्रि।
