अर्जी पर अर्जी, समाधान नहीं, सुनवाई की औपचारिकता।
संपूर्ण समाधान व थाना दिवस में लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। अधिकारी समस्याएं सुनने की खानापूर्ति ही कर रहे हैं। शनिवार को तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे फरियादियों के शिकायती पत्रों से इसका खुलासा हुआ।
उन्नाव।
सफीपुर। संपूर्ण समाधान व थाना दिवस में लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। अधिकारी समस्याएं सुनने की खानापूर्ति ही कर रहे हैं। शनिवार को तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचे फरियादियों के शिकायती पत्रों से इसका खुलासा हुआ। डीएम रवींद्र कुमार व एसपी आनंद कुलकर्णी के समक्ष 199 प्रार्थनापत्र आए। इसमें से 11 का ही मौके पर निस्तारण हो सका।
संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम के सामने प्रार्थनापत्र लेकर पहुंची कुरसठ के मजरा अनवरखेड़ा की 70 वर्षीय शिवप्यारी ने बताया कि उनकी 10 बिसुआ जमीन पर दो साल पहले पूर्व प्रधान ने जबरन कब्जा कर लिया था। दो साल में वह कई बार थाना और तहसील के चक्कर लगा चुकी है। कई अर्जी दी लेकिन न्याय नहीं मिला है।
कन्हई गांव निवासी रमई ने डीएम को बताया कि उनकी भूमि गंगा एक्सप्रेसवे में गई है। तीन माह पहले बैनामा कराया गया था, लेकिन आज तक मुआवजा नहीं मिल सका है। तहसील अधिकारी केवल आश्वासन ही देते हैं। वहीं सैंता की सोनी बेगम व फखरून निशा ने भी चार माह बाद भी बैनामे का पैसा न मिलने की शिकायत की।
मुंडा गांव के संजीत ने डीएम को दिए प्रार्थनापत्र में बताया कि 40 साल पहले गांव में पट्टा मिला था। आज तक कब्जा नहीं मिल सका है। आरोप लगाया कि चकबंदी लेखपाल पैमाइश के नाम पर 10 हजार रुपये मांग रहा है। बृजपालपुर निवासी अनीता ने बताया कि पति की 11 वर्ष पहले मौत हो गई थी। जेठ ने उसी समय पति की भूमि पर कब्जा कर लिया था। न्याय नहीं मिला।
सफीपुर के अंबेडकर नगर निवासी शुभम सोनी, रविशंकर, सत्यम, नेकराम, अजय ने बताया कि उनके मकान के ऊपर से 11 हजार विद्युत लाइन निकली है। उपखंड कार्यालय में कई बार शिकायत की पर कोई सुनवाई नहीं हुई। डीएम ने एक्सईएन बांगरमऊ को आवश्यक कार्रवाई के आदेश दिए तो अधिशाषी अभियंता शिकायतकर्ताओं को धमकाते हुए अभद्रता करने लगे। इससे नाराज लोगों ने पुन: डीएम से शिकायत कर दी। इस पर डीएम का पारा चढ़ गया और एक्सईएन को कड़ी फटकार लगाई। डीएम ने विद्युत तारों से किसी प्रकार की क्षति होने पर रिपोर्ट दर्ज कराने की चेतावनी दे डाली।
मोहीखेड़ा के 14 वर्षीय अनाथ मूकबधिर सोनू पुत्र राजेंद्र ने बताया कि माता व पिता की मौत बचपन में ही हो गई थी। पिता को पट्टे में मिली भूमि की लेखपाल नाप कर कब्जा नहीं दिला रहे हैं। डीएम ने लेखपाल को तत्काल पैमाइश कर कब्जा दिलाने के निर्देश दिए। सकहन मुसलमानान निवासी 70 वर्षीय केसाना ने बताया कि प्रोबेशन कार्यालय से पेंशन मिलती थी। एक वर्ष से बंद है। स्थानीय बार एसोसिएशन पदाधिकारियों ने मुंसिफ कोर्ट के लिए उपलब्ध राजस्व बंदीगृह को वैकल्पिक बंदीगृह के रूप में उपलब्ध कराने की मांग की।
