अस्पताल में फर्श पर बैठने को मजबूर हुए दिव्यांगजन
अंबेडकरनगर ।
जिला चिकित्सालय और सीएमओ कार्यालय की लापरवाही से दिव्यांगजनों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। दिव्यांगजन के लिए आयोजित शिविर में तो यही चित्र उभर कर सामने आया। फिर भी इस पर कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है।
जिला चिकित्सालय के टीबी क्लीनिक में दिव्यांगता परीक्षण शिविर उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजय कुमार वर्मा की अध्यक्षता में हुआ। यहां दिव्यांग जन के बैठने और पानी पीने तक की व्यवस्था नहीं थी। हाथ, पैर एवं आंखों सहित अन्य दिव्यांग पहले ही परेशान थे, ऊपर से देखरेख करने वाले चिकित्सक ही संवेदनहीन हो गए।
83 दिव्यांगजन ने प्रमाण पत्र पाने के लिए अपना पंजीयन कराया। परीक्षण विशेषज्ञ चिकित्सकों ने किया। हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. संजय खरवार ने 59 लोगों के हाथ व पैरों की जांच की। नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. पंकज कुमार ने 15 लोगों की आंखों का परीक्षण किया। ईएनटी चिकित्सक ने नौ मरीजों की जांच की। इसके पश्चात 55 को दिव्यांगता का प्रमाण पत्र दिया गया। उप मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि शेष 28 का प्रमाण पत्र अगले सप्ताह जारी होगा।
इन लोगों को जांच के लिए जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है। वहां से जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। तीमारदार के हाथ में थमा दिया ग्लूकोज बोतल : जिला चिकित्सालय की अव्यवस्था से मरीजों के साथ तीमारदार भी परेशान हैं। सोमवार को यहां पर ओपीडी में डा. पुरेंद्र को दिखाने आए बसखारी के सैदपुर निवासी पंचम का आपरेशन होना है। इस दौरान तीमारदार सुनरावती को ग्लोकोज का बोतल हाथ में पकड़ा दिया गया।