मानवता की सबसे बड़ी पहचान – सेवा
आज का दिन सिर्फ़ एक जन्मदिन का नहीं, बल्कि सेवा और करुणा की ज्योत जलाने का दिन बन गया।
ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर के संरक्षक, वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी डॉ. कामरान भाई ने अपने जन्मदिन को किसी शोर-शराबे, औपचारिक समारोह या दिखावे में नहीं, बल्कि “सेवा दिवस” के रूप में मनाकर यह साबित कर दिया कि सच्चे अर्थों में जीवन का उत्सव तभी है, जब उसमें दूसरों के जीवन में मुस्कान बाँटी जाए।
लोहिया संस्थान, लखनऊ में कैंसर और असाध्य रोगों से पीड़ित मरीजों के निशक्त तीमारदारों को स्नेहपूर्वक भोजन कराकर, उन्होंने “नर सेवा नारायण सेवा” और “सेवा परमोधर्म” जैसे महान विचारों को कर्म में ढाल दिया।
यह केवल भोजन नहीं था, बल्कि उन थके हुए, चिंतित और पीड़ा में डूबे चेहरों के लिए एक आश्वासन, एक अपनापन और यह एहसास था कि समाज में अब भी ऐसे लोग हैं जो बेनाम तकलीफ़ों को भी अपनी संवेदनाओं से बाँटते हैं।
डॉ. कामरान भाई और उनका ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर एसोसिएशन “आईना” संगठन, वर्षों से लगातार मानवता की मिसाल पेश करता आ रहा है।
चाहे भूखे को अन्न देना हो, पीड़ित को सहारा देना हो, या संकट में फँसे परिवारों को संबल देना हो — “आईना” के साथी बिना थके, बिना रुके इस सेवा-यज्ञ में अपनी भागीदारी निभाते हैं।
विजयश्री फाउंडेशन और प्रसादम सेवा के साथ मिलकर आईना संगठन न केवल समाज में राहत पहुँचाता है, बल्कि हर दिल में सेवा का बीज बोने का कार्य करता है।
आज अपने जन्मदिन पर, डॉ. कामरान भाई ने न केवल सेवा का संकल्प दोहराया, बल्कि पूरे समाज के सामने यह संदेश रखा —
> “हमारा जन्म केवल अपने लिए नहीं, बल्कि उन अनगिनत चेहरों की मुस्कान के लिए है, जिनकी आँखों में उम्मीद की लौ जलानी है।”
आईना संगठन के सभी सदस्य, अपने परिवार सहित, इस सेवा यात्रा में तन-मन-धन से सहयोग करते रहते हैं। इस अवसर पर ऑल इंडियन न्यूजपेपर एसोसिएशन #आईना से कई पदाधिकारी एवं सदस्य सेवा की जोत जलाने पहुंचे।
सबकी यह निस्वार्थ भावना समाज के लिए प्रेरणा और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अनमोल विरासत है।