14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आक्सीजन सिलिंडरों से लैस।
प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पांच बेड का कोरोना वार्ड बनाया गया है। सभी केंद्रों पर ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए सिलिडर संग कंसंट्रेटर भी रखे गए हैं।
रायबरेली।
सिर्फ कोविड अस्पताल नहीं, इस बार नान कोविड सीएचसी पर भी कोरोना रोगियों को प्रारंभिक उपचार मिलेगा। इसके लिए प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पांच बेड का कोरोना वार्ड बनाया गया है। सभी केंद्रों पर ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए सिलिडर संग कंसंट्रेटर भी रखे गए हैं। यहां आने वाले रोगियों की जांच के साथ प्रारंभिक उपचार की व्यवस्था भी रहेगी।
जनपद में एम्स को कोविड का एल-3, रेलकोच हॉस्पिटल को एल-2 और निजी अस्पताल सिमहेंस को एल-1 फैसिलिटी सेंटर बनाया गया है। इसके अलावा शिवगढ़, डीह, रोहनिया और खजूरगांव सीएचसी को एल-1 प्लस की श्रेणी में रखा गया है। इनके अलावा जनपद में 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं, जहां कोरोना मरीजों के प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक सीएचसी पर पांच ऑक्सीजन सिलिडर और इतने ही कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। हालांकि, इन केंद्रों के अधीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि कोरोना संक्रमित मिलने पर उसे जल्द से जल्द कोविड अस्पताल में भर्ती कराने की व्यवस्था की जाए।
दूसरी लहर आने पर सीएचसी की ओपीडी बंद कर दी गई थी। सिर्फ नान कोविड के गंभीर रोगियों का ही उपचार यहां हो रहा था। ऑक्सीजन सिलिडर को लेकर मारामारी मची हुई थी। अस्पतालों में आएदिन हंगामा हो रहा था। चिकित्सीय स्टाफ चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहा था। सारा लोड कोविड के एल-2 हॉस्पिटल पर था, जोकि एम्स में एल-3 हॉस्पिटल खुलने के बाद कुछ कम हुआ। सभी सीएचसी में ऑक्सीजन की उपलब्धता रहने से कोविड मरीजों को खासी सहूलियत मिलेगी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर इमरजेंसी में कोविड मरीजों के उपचार की व्यवस्था की जा रही है। तीसरी लहर आने पर हमारा पूरा फोकस इस बात पर रहेगा की मरीजों को इलाज समय से मिल सके। जल्द से जल्द उन्हें कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया जाए और उपचार शुरू हो। इसके लिए सभी सीएचसी में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
डॉ. वीरेंद्र सिंह, सीएमओ।