कोरोना : इस साल पूरा नहीं होगा टीकाकरण का लक्ष्य, केंद्र ने कहा- अस्पतालों में अलग ओमिक्रॉन वार्ड बनाएं राज्य
देश के अस्पतालों में अब ओमिक्रॉन वैरिएंट का अलग से एक वार्ड बनाना होगा। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश देते हुए कहा है कि अस्पतालों में कोरोना और ओमिक्रॉन संक्रमित रोगियों को अलग अलग रखना होगा।
एक तरफ देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट की दस्तक के बाद लोगों का फिर से वैक्सीन के प्रति भरोसा बढ़ गया है। वहीं दूसरी ओर इस साल टीकाकरण का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाएगा जिसकी वजह से सरकार को इसकी डेडलाइन अगले साल तक के लिए आगे बढ़ानी पड़ी है।
अभी भी देश के 15 करोड़ से अधिक व्यस्क आबादी वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं ले पाई है और 50 करोड़ से ज्यादा आबादी को दूसरी खुराक लगना बाकी है। ऐसे में अब सरकार ने अगले साल जनवरी से फरवरी माह के बीच टीकाकरण शत प्रतिशत होने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने इस साल 31 दिसंबर तक देश के प्रत्येक वयस्क नागरिक का टीकाकरण पूरा होने के कई दावे भी किए थे। तीन महीने तक टीकाकरण में 70 से 80 फीसदी तक की गिरावट रही थी।
22 नवंबर से आई तेजी
टीकाकरण बढ़ाने के लिए तीन से 27 नवंबर के बीच हर घर दस्तक अभियान चलाया गया जिसे अब बढ़ाकर 31 दिसंबर तक कर दिया है। उन्होंने बताया कि 22 नवंबर से टीकाकरण का ग्राफ बढ़ा है लेकिन इसमें उछाल दिसंबर माह में दर्ज किया गया जब देश में ओमिक्रॉन के पहले दो मामलों की पुष्टि हुई थी। 17 सितंबर के बाद देश में सबसे अधिक टीकाकरण भी तीन दिसंबर को हुआ जब एक दिन में 1.10 करोड़ लोगों ने वैक्सीन ली।
अस्पतालों में टीका लेने वाले 75% बढ़े
नई दिल्ली के अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ डॉ. एस चटर्जी का कहना है कि उनके यहां वैक्सीन लेने वालों की संख्या करीब 60 फीसदी की बढ़ोतरी बीते दो सप्ताह में हुई है। इसी अवधि में दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) में 75 फीसदी तक लोगों की संख्या बढ़ी है। जबकि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अभी यह बढ़ोतरी 20 से 30 फीसदी के आसपास दर्ज की गई है।
अस्पतालों में अलग से बनाना होगा वार्ड, केंद्र ने राज्यों को दिया आदेश
देश के अस्पतालों में अब ओमिक्रॉन वैरिएंट का अलग से एक वार्ड बनाना होगा। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश देते हुए कहा है कि अस्पतालों में कोरोना और ओमिक्रॉन संक्रमित रोगियों को अलग अलग रखना होगा।
ताकि वायरल लोड को बढ़ावा न मिल सके। इसी के साथ ही अब अस्पतालों में कोरोना संदिग्ध, संक्रमित और ओमिक्रॉन तीन-तीन वार्ड होगें जहां मरीजों का इलाज मिलेगा।
इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि हाल ही में विदेश यात्रा से लौटे प्रत्येक नागरिक का आठवें दिन आरटी पीसीआर टेस्ट कराना होगा। साथ ही, जिला स्वास्थ्य विभाग की टीमें इन लोगों पर निगरानी रहेगी। इसके साथ साथ होम आइसोलेशन में रहते हुए ई संजीवनी सुविधा का लाभ भी दे सकते हैं जिसके जरिए घर बैठे चिकित्सीय सलाह मिल सकती है। दरअसल ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अब तक केंद्र सरकार की ओर से चार बार राज्यों के लिए दिशा निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
एक दिन में 8439 संक्रमित, 195 मौतें
मंत्रालय ने बताया कि पिछले एक दिन में 8,439 मिले हैं जिसके चलते कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 3,46,56,822 हो गई है। वहीं 555 दिन बाद सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 93,733 रह गई है। पिछले एक दिन में 195 मरीजों की मौत हुई है। अब तक देश में 4,73,952 लोगों की जान जा चुकी है।
इस दौरान 9525 मरीजों को स्वस्थ घोषित भी किया गया। अब तक देश में 3.40 करोड़ लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। फिलहाल देश में कुल सक्रिय दर 0.27 फीसदी और रिकवरी दर 98.36 फीसदी है। इनके अलावा दैनिक संक्रमण दर 0.70 फीसदी है। पिछले एक दिन में 12.13 लाख सैंपल की जांच हुई थी।