बरेली

मकान में चल रही ईसाई समाज की सभा में हिंदू संगठनों ने किया हंगामा

बरेली।

सुभाषनगर के वंशीनगला में बंद मकान में ईसाई समाज की सभा में पहुंचे हिंदू संगठनों ने हंगामा कर दिया। मकान से लेकर सुभाषनगर थाने तक करीब पांच घंटे तक जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। इस मामले में योगी सेना के जिलाध्यक्ष हिमांशु पटेल की ओर से छह लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। दूसरे पक्ष की ओर से भी महिलाओं ने तहरीर दी है। इसमें छेड़छाड़ समेत जातिसूचक शब्द कहने का आरोप लगाया गया है।

योगी सेना के जिलाध्यक्ष हिमांशु पटेल अपने साथी अरविंद पटेल, राजीव, केके शंखधार और प्रीति आर्या समेत विहिप और बजरंग दल आदि के पदाधिकारियों के साथ सुभाषनगर के वंशीनगला में भगवान दास के घर पहुंचे। हिमांशु पटेल ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि भगवान दास के मकान में ईसाई मिशनरी धर्मांतरण करा रही है। इसमें मुख्य रूप से भगवान दास, प्रेरणा सिंह, सुनीता, सीता, पवन कुमार और जानकी प्रसाद शामिल हैं।

मौके पर पहुंच कर देखा तो मकान बाहर से बंद था। अंदर अनेक महिलाओं, बच्चों और पुरुषों को प्रलोभन देकर ईसाई धर्म में आने के लिए कहा जा रहा था। कई लोगों के हाथ में बाइबल के साथ ही ईसाई धर्म से जुड़ी सामग्री थी। आरोप है कि इस बाबत पूछने पर मिशनरी के लोगों ने अभद्रता एवं गालीगलौज शुरू कर दी।

केके शंखधार ने विरोध किया तो उनके साथ धक्का-मुक्की कर जान से मारने की धमकी दी। हिंदू देवी देवताओं पर भी अभद्र टिप्पणी की। ईसाई समाज का मिशनरी कार्यक्रम बिना प्रशासनिक अनुमति के चल रहा था। इस मामले में सुभाषनगर पुलिस ने भगवान दास, प्रेरणा सिंह, सुनीता, सीता, पवन कुमार और जानकी प्रसाद के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

इस मामले में आरोपी भगवान दास का कहना है कि उनके घर में बने चर्च में सुबह 11 बजे आराधना हो रही थी। इसी दौरान हिंदू संगठनों के लोग मढ़ीनाथ के एक महंत और भुता थाना क्षेत्र के कुछ लोगों को लेकर घर में घुस आए और तोड़फोड़ की। बिना किसी साक्ष्य के हिंदू संगठनों के लोगों ने आरोप लगाया कि वे धर्म परिवर्तन करा रहे हैं, वहां मौजूद लोगों ने साफ कहा था कि उन्हें कोई भी प्रलोभन नहीं दिया गया है।

वह अपने घर में 20 वर्षो से आराधना कर रहे हैं। भगवानदास पक्ष की तीन महिलाओं की ओर से दी गई तहरीर में कहा गया है कि उनके साथ हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने छेड़छाड़ की। बाइबल फाड़ दी। जातिसूचक शब्द कहे। सुभाषनगर इंस्पेक्टर ने दूसरे पक्ष की ओर से तहरीर न मिलने की बात कही है।

मामले में योगी सेना के जिलाध्यक्ष की ओर से रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मौके का स्वयं निरीक्षण किया था, वहां बाइबल फाड़ने जैसी कोई घटना नहीं हुई है। छेड़छाड़ और धमकी के आरोपों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

    रिपोर्ट- अंशिका सिंह।

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