उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति (पुनर्गठित) का प्रथम स्थापना दिवस धूमधाम से सम्पन्न
दिवंगत पत्रकार धीरेंद्र श्रीवास्तव की पत्नी को सम्मान धनराशि अंग वस्त्र भेंट
सूचना विभाग पत्रकारों की समस्याओं के समाधान में हर संभव सहयोग करेगा : सूचना निर्देशक विशाल सिंह
पत्रकारिता के मूल्यों और चुनौतियों पर हुआ मंथन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति (पुनर्गठित) का प्रथम स्थापना दिवस आज लोक निर्माण विभाग, राजभवन के सामने स्थित विश्वेश्वरैया सभागार में बड़े उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया।
समारोह का शुभारंभ महापौर सुषमा खर्कवाल ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया, वहीं मंजू माही की गणेश वंदना ने वातावरण को मंगलमय बना दिया। राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए सैकड़ों पत्रकारों की मौजूदगी ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक स्वरूप प्रदान किया।
समारोह को स्वतंत्रता संग्राम के महान पुरोधा गणेश शंकर विद्यार्थी और बाबूराव विष्णु पराड़कर की स्मृति को समर्पित किया गया, जिन्होंने अपनी कलम से अंग्रेजी हुकूमत को ललकारा था। इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए सूचना निदेशक विशाल सिंह ने कहा कि पत्रकार समाज की नब्ज पकड़ने वाले कलम के सिपाही हैं।
सूचना विभाग पत्रकारों की समस्याओं के समाधान में हर संभव सहयोग करेगा। वरिष्ठ पत्रकार भास्कर दुबे ने समिति की भावी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि पत्रकारों की स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर संघर्ष तेज किया जाएगा।
समिति के संयोजक प्रभात त्रिपाठी ने कहा कि पत्रकारों की पेंशन व्यवस्था को नियमित और पारदर्शी बनाने तथा पीजीआई में पत्रकारों और उनके परिवारों के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग उठाई गई है। उन्होंने कहा कि पत्रकार केवल खबरें नहीं लिखते, बल्कि समाज की अवाम की आवाज बनकर जनता की समस्याओं को सामने लाते हैं। ऐसे में सरकार और संस्थाओं का दायित्व है कि उन्हें निडर और सुरक्षित वातावरण मिले।
पूर्व प्रेस काउंसिल सदस्य रजा रिज़वी ने कहा कि पत्रकारों की असली ताकत उनकी एकजुटता है और यही एकता उनके अधिकारों की रक्षा कर सकती है।
इस अवसर पर दिवंगत पत्रकार धीरेंद्र श्रीवास्तव की पत्नी को सम्मान और सहयोग राशि ₹11000 और अंग वस्त्र प्रदान की गई। समिति ने निर्णय लिया कि भविष्य में दिवंगत पत्रकारों के परिवारों को सहयोग और सम्मानित करने की परंपरा को जारी रखा जाएगा।
दूरदर्शन के अधिकारी आत्म प्रकाश मिश्र ने कहा कि भारतीय पत्रकारिता ने विश्व पटल पर अपनी अलग पहचान बनाई है। महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है, जो न केवल जनता की आवाज़ बनती है बल्कि शासन-प्रशासन की खामियों को उजागर कर समाज को नई दिशा देती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व सांसद शीशराम सिंह रवि ने पत्रकारों के मानदेय और पारिश्रमिक को अपर्याप्त बताते हुए कहा कि पत्रकारों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि वह स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पत्रकारों की समस्याओं को लेकर मुलाकात करेंगे।
समापन सत्र में प्रशासनिक सलाहकार शेखर श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि पत्रकारों के हितों की मांगें लगातार मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जा रही हैं। राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार अजीत कुमार सिंह, अजय श्रीवास्तव, उमेश चंद्र मिश्रा, सर्वजीत सूर्यवंशी, दया विष्ट, हरजीत सिंह बाबा,धनंजय सिंह,परमजीत सिंह, विजय प्रकाश शुक्ला समेत लखनऊ व प्रदेशभर के सैकड़ों पत्रकार मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन विक्रम राव ने किया।