महाकुंभ-2025 : शून्य जनहानि का लक्ष्य साधने वाली यूपी फायर सर्विस को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान
लखनऊ।
महाकुंभ-2025 को सुरक्षित और ऐतिहासिक बनाने वाली उत्तर प्रदेश अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। विभाग को इंस्टिट्यूट ऑफ फायर इंजीनियर इंडिया (IFE-I) के अंतरराष्ट्रीय समारोह में फायर एंड सेफ्टी एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान 24 सितंबर को मुंबई के गोरेगांव स्थित बॉम्बे एग्ज़ीबिशन सेंटर में प्रदान किया गया।यह अवार्ड विभागाध्यक्ष एडीजी पद्मजा चौहान (IPS), महाकुंभ नोडल अधिकारी सीएफओ प्रमोद शर्मा और चीफ फायर ऑफिसर अंकुश मित्तल ने ग्रहण किया। इस अवसर पर देशभर के फायर सर्विस विशेषज्ञों और वरिष्ठ अधिकारियों ने यूपी अग्निशमन विभाग की कार्यशैली को मिसाल बताया।प्रयागराज महाकुंभ-2025 में 66.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। 45 दिनों तक चले आयोजन में लगभग 16.5 करोड़ रुपये की संपत्ति हानि को बचाया गया।24 बड़ी और 185 छोटी आग की घटनाओं पर नियंत्रण पाया गया।सुरक्षा प्रबंध के तहत 25 सेक्टरों में 54 अग्निशमन केंद्र और 27 चौकियां स्थापित की गईं। करीब 1500 प्रशिक्षित फायरमैन और STRG की तैनाती के साथ 351 अग्निशमन वाहनों व अत्याधुनिक उपकरणों से क्विक रिस्पॉन्स सुनिश्चित किया गया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभाग की सार्वजनिक सराहना की और अन्य विभागों से उनकी कार्यप्रणाली से सीखने का आह्वान किया। गोवा में सीएम डॉ. प्रमोद सावंत ने एडीजी पद्मजा चौहान और सीएफओ प्रमोद शर्मा को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया। वहीं दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय समारोह में यूपी फायर सर्विस को Bravery अवॉर्ड और सुपर हीरो ऑफ फायर सर्विस अवॉर्ड भी मिला।एडीजी पद्मजा चौहान का बयान एडीजी चौहान ने कहा मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन और विभाग के अथक परिश्रम से महाकुंभ को शून्य जनहानि के साथ सफल बनाया गया। यह विभाग ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गौरव का क्षण है कि विदेशों तक हमारे कार्यों की सराहना हो रही है।उन्होंने बताया कि महाकुंभ के उपरांत सभी 75 जिलों में अग्निशमन वाहनों से संगम का पवित्र जल पहुंचाना विभाग की सबसे बड़ी आध्यात्मिक उपलब्धि रही।
पत्रकार विशाल कुमार चौधरी