बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा, जलशक्ति मंत्री बोले- प्रत्येक परिवार को मिले पका भोजन
बलरामपुर।
मंत्री ने कहा कि कंट्रोल रूम को और अधिक सक्रिय करते हुए आम जनमानस की समस्या एवं शिकायत का निस्तारण तत्काल सुनिश्चित किया जाए। कंट्रोल रूम से प्रतिदिन 100-100 ग्राम प्रधान लेखपाल सचिव आम जनमानस को फोन करके बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य का फीडबैक लें।
जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई दौरा कर बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा की। कहा कि जिले में बाढ़ की स्थिति अत्यधिक विकराल है। राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाएं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारी कैंप करें। ग्राम स्तरीय कर्मचारियों के माध्यम से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रत्येक परिवार को पका भोजन एवं राहत सामग्री उपलब्ध कराएं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सीय सुविधा एवं मेडिकल किट उपलब्ध कराने की हिदायत दी। राहत कार्य में स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद लेने की बात कही।
उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम को और अधिक सक्रिय करते हुए आम जनमानस की समस्या एवं शिकायत का निस्तारण तत्काल सुनिश्चित किया जाए। कंट्रोल रूम से प्रतिदिन 100-100 ग्राम प्रधान, लेखपाल, सचिव आम जनमानस को फोन करके बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य का फीडबैक लें।
राप्ती नदी अधिकतम स्तर तक पहुंची, जिले के कई क्षेत्र जलमग्न
जिलाधिकारी डा. महेंद्र कुमार ने बताया कि राप्ती नदी का जलस्तर अधिकतम स्तर 106.070 मीटर तक पहुंचने के कारण जिले के कई क्षेत्र जलमग्न हैं। नदी का जलस्तर अब कम हो रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है। 302 ग्राम पंचायतें और दो लाख 95 हजार आबादी बाढ़ से प्रभावित है।