हिन्दुस्तान के पंद्रह राज्यों में हैं इनकी लोकप्रियता
एक ऐसा मुद्दा एक ऐसी सख्सियत जो तन मन धन से बेबस अहसास लोगों एवं पशु पक्षियों की सेवा में तन मन धन से समर्पित होकर हमेशा निस्वार्थ भाव से कार्य करता है जिसका नाम हिन्दुस्तान के पंद्रह राज्यों में लोकप्रिय हैं। प्रेमसिंह भावण्डा बहुत छोटे थे तब उनके माता पिता का स्वर्गवास हो गया प्रेमसिंह भावण्डा ने बताया कि मैं जो भी कार्य करता हूं मेरे स्वर्गीय माता गवरी कंवर जी एवं स्वर्गीय पिता श्री मोतीसिंह जी को स्मृपित करता हूं प्रेमसिंह भावण्डा पुर्व जागीरदार घराने भावण्डा फोर्ट से होते हुए भी बिल्कुल साधारण व्यक्तित्व के धनी हैं।
युवा समाज सेवी तेज तर्रार प्रखंड हिन्दुत्व वादी नेता प्रेमसिंह भावण्डा जन जन का सहेता लाडला दुलारा कहीं गांवों में जब दो दो दिन जब बिजली नहीं आती है या गांवों में प्रशासनिक अधिकारी जब संमय पर काम पर नहीं आते हैं या किसी भी डिपार्टमेंट में जब अधिकारी ग्रामिणो की जन सुनवाई नहीं करते हैं तब ग्रामिक क्षेत्र के लोग फ्रेमसिंह भावण्डा से सम्पर्क करके अपनी जन समस्या बताते हैं प्रशासनिक अधिकारियों पर मजबूत पकड़ होने की वजह से जनसमस्याओं करवा देते हैं पश्चिमि राजस्थान में भावण्डा साहब के नाम से लोकप्रिय हैं। प्रेमसिंह भावण्डा पिछले 15 वर्षो से अपनी पुश्तैनी जमीन से होने वाली आय भी बेबस असहाय लोगों के लिए समर्पित करते आ रहे हैं बेबस असहाय लोगों एवं जरूरतमंद लोगों के साथ कोई आक्समिक घटना घटित हो जाने पर प्रेमसिंह भावण्डा चंदा इकट्ठा करके जरुरतमंदों को राहत पहुंचाते हैं।