श्री रामलीला समिति ऐशबाग का रामोत्सव 2024- 3 अक्टूबर दिन गुरूवार से प्रारम्भ
लखनऊ।
श्री रामलीला समिति ऐशबाग के तुलसी सभागार में सम्पन्न हुयी प्रेसवार्ता में समिति के अध्यक्ष हरीश चंद्र अग्रवाल ने बताया की रामोत्सव 2024 का आयोजन 3 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक रामलीला समिति ऐशबाग के प्रागंण में आयोजित किया जायेगा।
अध्यक्ष हरीश चंद्र अग्रवाल ने बताया की रामोत्सव-2024 का शुभारम्भ प्रातः काल गणेश पूजन के साथ होगा तत्पश्चात रामलीला में अभिनय करने वाले कलाकारों का पूजन किया जायेगा जिसमे राम जी भरत जी लक्ष्मण जी शत्रुघन जी सीता जी एवं हनुमान जी का अभिनय करने वाले कलाकारों का पूजन होगा उसके बाद दोपहर 3 बजे से सुन्दरकाण्ड का पाठ प्रारम्भ होगा जिसका समापन सांयकाल 6 बजे होगा।
रामलीला का मंचन प्रारम्भ होने के पहले प्रतिदिन सांयकाल 7:30 बजे देवताओ का आवाहन स्तुति पाठ से किया जायेगा तत्पश्चात भजनो पर नृत्य डांस एकेडमी द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा जिसका समापन 8 बजे होगा सांयकाल 8 बजे से कलाकारों द्वारा भजन नृत्य प्रस्तुत किये जायेंगे तत्पश्चात सांयकाल 8:30 बजे से रामलीला मंचन का मंचन प्रारम्भ होगा जो रात्रि 11:30 बजे तक चलेगा। रामलीला मंचन को अभिनय के माध्यम से प्रस्तुत करने का शुभारम्भ सोलहवीं शताब्दी से पूर्व संत गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा इसी रामलीला मैदान से प्रारम्भ किया गया था। श्री रामलीला समिति ऐशबाग उसी परम्परा को निरन्तर प्रतिवर्ष आधुनिक माध्यमो एवं संसाधनो का उपयोग करते हुए प्रस्तुत करती चली आ रही है। रामोत्सव 2024 में इस वर्ष दशहरा पर्व दिनांक 12 अक्टूबर 2024 दिन शनिवार को आयोजित होगा जिसमे रावण वध की लीला के पश्चात भव्य आतिशबाजी एवं पुतला दहन होगा दिनाक 13 अक्टूबर 2024 दिन रविवार को मंच पर भगवान् श्री राम अयोध्या वापस आयेंगे तत्पश्चात भरत जी से मिलने के उपरान्त श्री राम का भव्य राज्याभिषेक का आयोजन किया जायेगा उसके बाद प्रसाद वितरण होगा दिनांक 14 अक्टूबर 2024 दिन सोमवार को सांयकाल 6 बजे रामलीला परिसर से राजाराम चन्द्र जी अपने पूरे मंत्रीमण्डल एवं बन्धु बन्धुओ साथ नगर दर्शन यात्रा पर निकलेंगे। जिसका समापन धर्मध्वजी मन्दिर यहियागंज वर्मा स्टाप पर होगा।
प्रतिवर्ष वनवासी रामजी शोभा यात्रा में निकलते थे परन्तु इस वर्ष राजाराम चन्द्र जी नगर दर्शन यात्रा पर निकलेंगे
प्रतिदिन का कार्यक्रमों का वितरण आमंत्रण पत्र पर अंकित है आमंत्रण पत्र साथ में संगलन है।