गोला रोडवेज डिपो के एआरएम रहे सुनील कुमार नागर की प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो वायरल हुआ है। इसमें वह भाजपा जिला उपाध्यक्ष पर अपने पेट्रोल पंप से बसों के लिये डीजल खरीदने का दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने यह भीकहा कि दबाव न मानने पर उनका ट्रांसफर करा दिया गया। उधर, भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने आरोपी खारिज कर पूर्व एआरएम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
पूर्व एआरएम सुरेश नागर ने आरोप लगाया कि भाजपा जिला उपाध्यक्ष विजय माहेश्वरी अपने पेट्रोल पंप से रोडवेज की बसों के लिए डीजल लेने का दबाव बना रहे थे। उन्होंने एआरएम और कर्मचारियों से अभद्रता की और ट्रांसफर करा देने की धमकी दी थी। उन्होंने बताया कि विभागीय नियमों के अनुसार किसी विशेष पेट्रोल पंप से डीजल लेने की अनुमति नहीं है। भाजपा नेता के पेट्रोल पंप डीजल लेना नियम विरुद्ध था। उन्होंने भाजपा नेता की बात नहीं मानी तो ट्रांसफर की धमकी दी गई। पूर्व एआरएम ने दावा किया कि दो जुलाई को विभागीय सूचना आने से पहले भाजपा नेता विजय माहेश्वरी ने फोन कर तंज कसा कि उनका ट्रांसफर गोरखपुर हो गया है। उन्होंने डिपो के इंचार्ज के पद से हटाए गए लिपिक अरविंद सिंह के पक्ष में बलिया के किसी मंडल प्रभारी आलोक कुमार सिंह पर भी फोन कर धमकी देने का आरोप लगाया।
उधर, भाजपा जिला उपाध्यक्ष विजय माहेश्वरी ने आरोपों को निराधार बताया है। पूर्व एआरएम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके गोला डिपो में चार वर्ष पूरे हो चुके थे। ट्रांसफर होना ही था। किसी प्रकार की कोई अभद्रता नहीं की गई। आरोप है कि पूर्व एआरएम अन्य पेट्रोल पंपों से कमीशन लेते थे, इसलिए वह उनसे डीजल लेने को तैयार न हुए। गोला बस डिपो पर 30 वर्षों से एक कर्मचारी तैनात है, जिसे डिपो इंचार्ज के पद पर रखा गया है।