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यूपी में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद अपराधों में आयी कमी

अपराध नियंत्रण में शिथिलता पाये जाने पर सख्त कार्यवाही के निर्देश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद अपराधों में काफी कमी आयी है तथा अपराधियों पर प्रभावी ढंग से कार्यवाही की गयी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं पुलिस महानिदेशक, मुकुल गोयल द्वारा बुधवार को पुलिस महानिदेशक मुख्यालय पर संयुक्त रूप से चार पुलिस कमिश्नरेट की वीडियो कान्फ्रेन्सिंग से समीक्षा की गयी।

वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से चार पुलिस कमिश्नरेट की कानून व्यवस्था की और बेहतरी तथा अपराधों पर और अधिक प्रभावी नियंत्रण की दिशा में किये जाने वाले प्रयासों पर गहन समीक्षा  की गयी। पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली के अन्तर्गत आने वाले चारों जनपदों में पुलिस के सहयोग से शुरू की गयी नागरिक सुविधाओं की भी सराहना की गई।

इस समीक्षा बैठक में प्रदेश के चार पुलिस कमिश्नरों के अलावा जोनल अपर पुलिस महानिदेशकों ने भाग लिया। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में अपराध नियंत्रण की दिशा में सराहनीय कार्य किया गया है तथा पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली के लागू होने के बाद से अपराधों में कमी आयी तथा अपराधियों पर प्रभावी ढंग से कार्यवाही की गयी है।

अपर मुख्य सचिव, गृह एवं पुलिस महानिदेशक ने सम्बन्धित सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया है कि इस दिशा में और अधिक मेहनत से शासन की जीरो टालरेन्स की नीति के तहत अपराध नियंत्रण के प्रयास किये जाये। उन्होंने यह भी कहा है कि क्राइम कंट्रोल की दिशा में किये जाने वाले प्रयासों की जोनल व कमिश्नरेट स्तर पर सघन समीक्षा नियमित रूप से की जाय तथा अपराध नियंत्रण की दिशा में शिथिलता बरतने वाले या लापरवाह पुलिस कर्मियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध ऐसी सख्त कार्यवाही की जाये जो एक उदाहरण प्रस्तुत कर सके।

अपर मुख्य सचिव गृह ने कहा है कि नये पुलिस थाने की स्थापना तथा पुलिस के लिये अवासीय, अनावसीय भवनों के निर्माण के लिये शासन द्वारा गंभीरता से प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने  पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली के लागू होने से उस जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों की पुलिंसिंग को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिये जरूरी अवस्थापना सुविधाओं के सम्बन्ध मंे भी जरूरी प्रस्ताव तत्काल शासन के समक्ष प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये   है ताकि पुलिंसिंग को और अधिक चुस्त दुरूस्त बनाते हुए पुलिस के समक्ष आने वाली व्यावहारिक कठिनाईयों का यथा शीघ्र निस्तारण किया जा सके। कमिश्नरेट प्रणाली के तहत पुलिस की जनशक्ति व अन्य संसाधनों के वितरण हेतु निर्धारित प्रक्रिया के अनुपालन की भी गहन समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिये गये।

श्री अवस्थी ने बताया कि शासन पुलिस विभाग की सेवा मे कर्तव्य पालन के दौरान शहीदध्मृत कर्मियों के प्रति अत्यन्त संवेदनशील है तथा उनके आश्रितांे को मिलने वाले सभी प्रकार के लाभों को यथा शीघ्र उपलब्ध कराने के कृत संकल्प है। उन्होंने मृतक पुलिस कर्मियों के आश्रितों को नौकरी दिये जाने के सम्बन्ध में लम्बित प्रस्तावों की भी समीक्षा की तथा इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने के निर्देश दिये है।

बैठक में सचिव, गृह बी0डी0 पाल्सन व विशेष सचिव, गृह आर0 पी0 सिंह के अलावा अपर पुलिस महानिदेशक, कानून व्यवस्था, प्रशांत कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध, के0एस0पी0 कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, स्थापना, संजय सिंघल, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन, पी0सी0 मीणा व पुलिस महानिदेशक के सहायक, रवि जोसेफ लुक्कू ने भाग लिया।

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