कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के ककरहा रेंज के ग्राम धर्मपुर बेझा निवासी दो किसान रविवार को सुबह खेतों में दवा का छिड़काव करने गए थे। इस दौरान खेत में छिपे तेंदुए ने किसानों पर हमला कर दिया। जान बचाने के लिए दोनों पांच मिनट तक तेंदुए से संघर्ष कर शोर मचाते रहे। चीख पुकार सुनकर आसपास खेतों में मौजूद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और हांका लगाया। इसके बाद तेंदुआ जंगल में भाग गया। घायल किसानों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिहींपुरवा में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के धर्मपुर बेझा निवासी 32 वर्षीय प्रेमचंद पुत्र बसंतलाल व 24 वर्षीय श्रवण पुत्र सुखराज जंगल से सटे अपने धान के खेत में दवा का छिड़काव करने गए थे। इस दौरान जंगल से निकलकर धान के खेत में छिपे तेंदुए ने श्रवण पर हमला कर दिया। चीख पुकार सुनकर पास में मौजूद प्रेमचंद भी पहुंच गए। साहस जुटाते हुए दोनों तेंदुए से भिड़ गए। पांच मिनट तक संघर्ष कर वे बचाओ-बचाओ की आवाज लगाते रहे। चीख-पुकार सुनकर खेतों में मौजूद लोगों ने हांका लगाया। इसके बाद तेंदुआ भाग गया। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दी। वन दारोगा आलोकमणि तिवारी मौके पर पहुंचे और घायलों को सीएचसी मिहींपुरवा में भर्ती कराया। ग्रामीणों ने बताया कि आसपास के गांवों में तेंदुआ कई दिनों से चहलकदमी कर रहा है। कई बाइक सवारों व राहगीरों को दौड़ा चुका है। डीएफओ आकाशदीप बधावन ने बताया कि वन कर्मियों की गश्त बढ़ा दी गई है। लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
