अधिकारी व कर्मचारी एक-एक फाइलों का मिलान करने में लगे
बलरामपुर।
सरकारी दफ्तरों में रामनवमी के अवकाश पर वित्तीय वर्ष के समाप्ति की तैयारी भारी दिखी। बृहस्पतिवार को अवकाश के बावजूद दफ्तर रोजाना की तरह खुले हुए थे। अधिकारी व कर्मचारी एक-एक फाइलों का मिलान करने में लगे हुए थे। बजट का खाका खींचा जा रहा था। योजनावार आवंटित धनराशि का हिसाब-किताब लगाया जा रहा था। सबसे ज्यादा दबाव कोषागार में दिखा। यहां पर एक-एक ट्रांजेक्शन का मिलान किया जा रहा था।
दोपहर का वक्त, कलेक्ट्रेट स्थित कोषागार में काफी चहल-पहल थी। मुख्य कोषाधिकारी विनोद कुमार व सहायक कोषाधिकारी राजू कनौजिया एक-एक विभाग की फाइलें खंगाल रहे थे। बजट की फाइलों को पास करने के साथ ही वह लेखा विभाग के कर्मचारियों से जानकारी कर रहे थे कि देखो, विभागवार कितना बैलेंस बच रहा है। एक्सईन से बात करके फाइल मंगवाओ। सहायक कोषाधिकारी ज्योति प्रकाश श्रीवास्तव के साथ लेखाकार मनीष कुमार जायसवाल, दिनेश कुमार यादव, हरीराम व शिव कुमार गुप्ता भी कामकाज निपटाने में लगे हुए थे।
विकास भवन स्थित ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग में भी कामकाज होता दिखा। सड़कों के निर्माण के बजट का मिलान करने में कर्मचारी लगे हुए थे। मोहम्मद नदीम, शैलेंद्र श्रीवास्तव, मंजीत कुमार, मकसूद अली व विनोद कुमार एक-एक फाइल को अपडेट करने के साथ ही धनराशि के खर्च का मिलान करते दिखे। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के दफ्तर में भी यही हाल था। जिला सलाहकार योगेश कुमार कंप्यूटर ऑपरेटर शैलेंद्र मौर्य के साथ व्यक्तिगत शौचालय को भेजी गई धनराशि के खर्च का विवरण तैयार करने में लगे हुए थे। नगर पालिका परिषद के दफ्तर में भी बजट को लेकर कर्मचारी काम में जुटे हुए थे। यहां पर लंबित देयकों के भुगतान को लेकर फाइलें खंगाली जा रही थी। कुछ ठेकेदार भी भुगतान के लिए भटक रहे थे।
