लखनऊ: आधे घंटे में पुलिस ने छात्रा का बैग और ₹44,000 बरामद किए
लखनऊ – क्राइम वीक न्यूज़
राजधानी लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन के नीचे आज सुबह 11:11 बजे एक बड़ी घटना घटी। रायबरेली से अपनी बेटी प्रिंसी को डिफेंस अकादमी में एडमिशन दिलाने आई माता ममता द्विवेदी का काला रंग का बैग ई-रिक्शा में छूट गया। बैग में ₹44,000 नगद और एडमिशन से जुड़े जरूरी दस्तावेज रखे हुए थे।
बैग खोने के बाद मां-बेटी के चेहरे पर निराशा साफ झलक रही थी। एडमिशन का सपना अधूरा न रह जाए, इसी चिंता में दोनों तुरंत चौकी पहुँचीं।
कांस्टेबल गोविंद सिंह की तत्परता और जज़्बा
👉 छात्रा की समस्या सुनते ही कांस्टेबल गोविंद सिंह ने बिना समय गंवाए अपनी बाइक उठाई और ट्रांसपोर्ट नगर से बनी मोड़ तक ई-रिक्शा की लगातार तलाश शुरू कर दी।
👉 उन्होंने हर मोड़ और सवारी ठहराव बिंदु पर रुक-रुककर रिक्शों की छानबीन की और इस दौरान काफी तेज़ी और सक्रियता दिखाई।
टीम की सक्रियता और जांच
होमगार्ड ध्यानचंद तिवारी ने ट्रांसपोर्ट नगर के पास सभी ई-रिक्शों को रोककर चेक किया और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली।
टी.एस.आई अजमत अली ने मौके पर मौजूद रहकर लगातार मदद की और खोज अभियान का हिस्सा बने।
इस दौरान पत्रकार विशाल कुमार चौधरी ने भी ट्रैफिक टीम के साथ मिलकर लगातार प्रयास किया और बैग का पता लगाने में पुलिस को अहम सहयोग दिया।
सिर्फ 30 मिनट में सफलता
लगातार मेहनत और समन्वय से सिर्फ आधे घंटे के भीतर ही बैग का पता चल गया। ई-रिक्शा से बैग निकालकर पास की दुकान में सुरक्षित रखवाया गया। इसके बाद पुलिस टीम ने बैग और उसमें रखे ₹44,000 व जरूरी कागज़ात सुरक्षित हालत में मां-बेटी को सौंप दिए।
खुशी से खिले चेहरे, जनता के लिए मिसाल
बैग और रकम वापस मिलते ही मां-बेटी के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। ममता द्विवेदी ने भावुक होकर कहा –
“हमने बेटी की पढ़ाई के लिए बड़ी मेहनत से यह राशि इकट्ठा की थी, पुलिस ने जिस तत्परता से मदद की है, वह वाकई काबिले-तारीफ़ है।”
पुलिसकर्मियों की यह ईमानदारी और जनसेवा की मिसाल जनता के लिए भरोसा बढ़ाने वाली है।
✍️ ज्ञान सिंह, क्राइम वीक न्यूज़, लखनऊ