पुलिस की बड़ी सफलता: रिकवरी एजेंट की हत्या का खुलासा, दो शातिर आरोपी गिरफ्तार
लखनऊ – क्राइम वीक न्यूज़
राजधानी लखनऊ के थाना बंथरा क्षेत्र में रिकवरी एजेंट की हत्या का सनसनीखेज मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। थाना बंथरा एवं सर्विलांस सेल, पुलिस उपायुक्त दक्षिणी की संयुक्त टीम ने 24 घंटे के भीतर घटना का सफल अनावरण करते हुए हत्या में शामिल दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
घटना का विवरण
थाना बंथरा क्षेत्रान्तर्गत ग्राम दादूपुर में स्वास्तिक एसोसिएट्स के रिकवरी एजेंट *कुनाल शुक्ला (उम्र 26 वर्ष, पुत्र अशोक शुक्ला, निवासी डेस्टिनी कॉलोनी, दादूपुर) का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला।
सूचना मिलते ही थाना पुलिस, फील्ड यूनिट और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। मृतक के भाई सौरभ शुक्ला की तहरीर पर थाना बंथरा में भारतीय न्याय संहिता के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीमों का गठन किया गया, जिसमें सर्विलांस सेल पुलिस उपायुक्त दक्षिणी को भी शामिल किया गया।
गिरफ्तार आरोपी
संयुक्त पुलिस टीम ने अथक प्रयासों और तकनीकी व मैनुअल साक्ष्यों के आधार पर हत्या का पर्दाफाश करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया:
विवेक सिंह पुत्र स्व. शिवनरेश सिंह, निवासी ग्राम दादूपुर थाना बंथरा, लखनऊ, उम्र लगभग 34 वर्ष
वसीम अली खान पुत्र स्व. एजाज, निवासी ग्राम महेन थाना करीमुद्दीनपुर, जनपद गाजीपुर, हाल पता गौरीबाजार थाना सरोजनीनगर, लखनऊ, उम्र लगभग 35 वर्ष
गिरफ्तारी स्थल – ग्राम दादूपुर थाना बंथरा, लखनऊ
हत्या का कारण और साजिश
पूछताछ में सामने आया कि मृतक कुनाल शुक्ला और आरोपी विवेक सिंह की पत्नी के बीच प्रेमप्रसंग था। इस वजह से विवेक सिंह की बदनामी हो रही थी। साथ ही, विवेक और कुनाल के बीच पैसों का लेन-देन का विवाद भी था। इन्हीं कारणों से विवेक सिंह ने अपने साथी वसीम अली खान के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई।
8 सितंबर की रात को दोनों ने कुनाल शुक्ला को शराब पिलाकर नशे में कर दिया। जब वह गहरी नींद में सो गया, तो विवेक ने वसीम को फोन करके बुलाया। वसीम ने कमरे में रखे लोहे के सब्बल से कुनाल पर ताबड़तोड़ प्रहार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद सब्बल को पास की सीमेंटेड बाउंड्रीवाल के पीछे फेंक दिया गया, जिसे पुलिस ने वसीम की निशानदेही पर बरामद कर लिया। मृतक का मोबाइल फोन वसीम ने गिट्टी प्लांट के पास नगवा नाले में फेंक दिया।
खून से सने कपड़े वसीम ने बदलकर पास की झाड़ियों में छिपा दिए, जिन्हें पुलिस ने बरामद कर लिया
वसीम अली खान ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया कि विवेक सिंह ने उसे हत्या में शामिल होने के लिए बुलाया और मकान बनाने का प्रलोभन दिया।
विवेक सिंह ने बताया कि पत्नी के अवैध संबंध और पैसे के विवाद से परेशान होकर उसने यह साजिश रची थी।
बरामदगी हत्या में इस्तेमाल लोहे का सब्बल खून से सने कपड़े मृतक का मोबाइल फोन (नाले से फेंका गया) आरोपियों का आपराधिक इतिहास
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस बड़ी सफलता को हासिल करने वाली टीम:
थाना बंथरा की संयुक्त पुलिस टीम
सर्विलांस सेल, पुलिस उपायुक्त दक्षिणी, लखनऊ
👉 इस प्रकार पुलिस की सक्रियता, तकनीकी साक्ष्यों के उपयोग और संयुक्त प्रयासों से रिकवरी एजेंट की हत्या का सफल खुलासा हो गया और दोनों शातिर हत्यारे जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिए गए।