सिर्फ चीनी ही नहीं, अधिक नमक का सेवन भी बेहद हानिकारक
अधिक मात्रा में चीनी के सेवन को डायबिटीज के प्रमुख जोखिम कारक के तौर पर जाना जाता है। इतना ही नहीं अधिक चीनी या मीठी चीजों का सेवन मोटापा और इससे संबंधित कई तरह की अन्य बीमारियों के खतरे को बढ़ा देता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सिर्फ चीनी ही नहीं नमक का भी अधिक मात्रा में सेवन करना आपकी सेहत को गंभीर क्षति पहुंचा सकता है।
सामान्यतौर पर अधिक मीठी चीजों से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में तो बात की जाती रही है, हालांकि अधिक नमक के सेवन और इससे होने वाली समस्याओं की तरफ लोगों का ध्यान कम ही जाता है। पर अध्ययन बताते हैं कि यह चीनी की तरह ही नुकसानदायक हो सकता है।
नमक, लगभग 40% सोडियम और 60% क्लोराइड से बना होता है। भोजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए इसे अति आवश्यक माना जाता है। मांसपेशी और तंत्रिकाओं के कार्य के लिए यह आवश्यक खनिज है। हालांकि डॉक्टर्स इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करने की सलाह देते हैं। नमक या नमक वाली चीजों का अधिक सेवन शरीर पर कई प्रकार के अल्पकालिक और दीर्घावधि दोनों तरह के दुष्प्रभावों का कारण बन सकता है। इतना ही नहीं अध्ययनों से पता चलता है कि अधिक नमक का सेवन करने वाले लोगों में समय से पहले मृत्यु का जोखिम भी बढ़ जाता है।
नमक के अधिक सेवन से होने वाले जोखिमों के बारे में जानने से पहले यह जान लेना आवश्यक है कि कितनी मात्रा में नमक के सेवन को सुरक्षित माना जाता है? आहार संबंधी दिशानिर्देशों में विशेषज्ञ बताते हैं कि वयस्कों को प्रतिदिन 2,300 मिलीग्राम से कम की मात्रा में सोडियम का सेवन करना चाहिए। यह लगभग एक बड़े चम्मच के बराबर की मात्रा है। यह मात्रा सिर्फ भोजन में प्रयोग किए जाने वाला ही नहीं, बल्कि खाद्य पदार्थों जैसे चिप्स या जंक-फास्ट फूड्स में भी प्रयोग किए जाने वाले नमक की मात्रा को शामिल करके है।
कुछ अध्ययन बताते हैं कि अधिक मात्रा में नमक का सेवन पेट के कैंसर के खतरे को भी बढ़ा सकता है। 2.68 लाख से अधिक प्रतिभागियों पर किए गए एक शोध से पता चलता है कि प्रतिदिन एक ग्राम या इससे कम मात्रा में नमक खाने वाले लोगों की तुलना में 3 ग्राम या उससे अधिक नमक का सेवन करने वालों में पेट के कैंसर का खतरा 68 फीसदी अधिक हो सकता है। कैंसर दुनियाभर में मृत्यु के प्रमुख कारकों में से एक माना जाता रहा है।