लोकतंत्र का धर्मग्रंथ है भारतीय संविधान : वीरेंद्र तिवारी
संविधान दिवस पर शुक्रवार को विविध आयोजन किए गए। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन जिला जज राधेश्याम यादव की अध्यक्षता में किया गया। जिला जज ने पौधे भी रोपित किए।
बाराबंकी।
संविधान दिवस पर शुक्रवार को विविध आयोजन किए गए। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन जिला जज राधेश्याम यादव की अध्यक्षता में किया गया। जिला जज ने पौधे भी रोपित किए।
न्याय विभाग के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को सम्मानित भी किया। संविधान की प्रस्तावना की शपथ ही दिलाई गई। इस मौके पर प्राधिकरण के सचिव संजय कुमार, न्यायाधीश अशोक कुमार यादव, नित्यानंद श्रीनेत, इरफान अहमद, राम अवतार यादव, अंकिता शुक्ला, कमला कांत श्रीवास्तव, राकेश, नंद कुमार, कमलापति व अभिषेक त्रिपाठी सहित अन्य मौजूद रहे। अवध ला कालेज में भी संविधान दिवस कार्यक्रम मनाया गया। हैदरगढ़ न्यायालय परिसर में भी संविधान दिवस पर आशुतोष प्रशांत शुक्ल, जिला बार के पूर्व महामंत्री नरेंद्र वर्मा, राजेश श्रीवास्तव, दीपक जैन, ओम प्रकाश चौहान, अंशुमान सिंह, रवि श्रीवास्तव, मुरलीधर सहित अन्य मौजूद रहे।
जिला बार एसोसिएशन की ओर से बार सभागार में यूपीसीएलडीएफ के चेयरमैन वीरेंद्र तिवारी ने कहा कि भारतीय संविधान दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का धर्मग्रंथ है। आजादी के दौरान जागृत हुई राजनीतिक चेतना के परिणाम स्वरूप देश के सभी समुदायों व वर्गों के हितों को देखते हुए इसमें विस्तृत प्रविधानों का समावेश किया गया। संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष व पहले काननू मंत्री रहे डा. भीमराव आंबेडकर की 125 वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में 26 नवंबर 2015 को संविधान के प्रति जन जागरूकता के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान दिवस मनाने का निर्णय लिया। इस मौके पर जिला बार अध्यक्ष योगेंद्र वर्मा, महामंत्री नरेश कुमार सिंह, एमएलसी अवनीश कुमार सिंह पटेल, नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन रंजीत बहादुर श्रीवास्तव सहित अन्य मौजूद रहे। नगर के पायनियर मांटेसरी इंटर कालेज में प्रधानाचार्य रेखा मिश्रा ने छात्र-छात्राओं को संविधान की भावना से अवगत कराया। जिले में पुलिस कार्यालय व थानों में भी संविधान दिवस मनाया गया।