UP Election 2022: सत्ता में वापसी के लिए कल लखनऊ में साइकिल चलाएंगे अखिलेश यादव
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Akhilesh Yadav cycle rally in Lucknow: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव करीब आने के साथ ही सियासी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. एक बार फिर समाजवादी पार्टी साइकिल यात्रा के जरिए यूपी के सिंहासन पर काबिज होने की तैयारी कर रही है. कल पूरे प्रदेश में साइकिल यात्रा निकाली जाएगी. पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लखनऊ में साइकिल चलाएंगे. पार्टी के सांसद, विधायक, पूर्व मंत्री अलग-अलग जिलों में साइकिल चलाएंगे. इतना ही नहीं कल से ही समाजवादी पार्टी के लिए सम्मेलन भी बलिया से शुरू हो रहा है.
समाजवादी पार्टी के लखनऊ कार्यालय में साइकिले तैयार हैं. अब बस इंतजार है 5 अगस्त का जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद साइकिल चलाकर इस साइकिल यात्रा की शुरुआत करेंगे. 5 अगस्त को ही पार्टी के कद्दावर नेता रहे जनेश्वर मिश्र की जयंती होती है. इसीलिए सरकार के खिलाफ माहौल बनाने के लिए समाजवादी पार्टी 5 अगस्त से ही पूरे प्रदेश में साइकिल यात्रा की शुरुआत कर रही है. साथ ही साथ 5 अगस्त से ही समाजवादी पार्टी का प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन भी बलिया से शुरू हो रहा है. बलिया 1857 की क्रांति के जनक मंगल पांडे की धरती है, वहीं जनेश्वर मिश्र का भी जन्म हुआ और इसीलिए पार्टी की तैयारी है कि प्रबुद्ध वर्ग का सम्मेलन उसी धरती से किया जाए.
समाजवादी पार्टी ने प्रदेश के 75 जिलों में साइकिल यात्रा की तैयारी जोर शोर से की है. हर जिले में पार्टी के विधायक, सांसद, या पूर्व मंत्री को इसकी जिम्मेदारी दी गई है, जहां वह खुद साइकिल चलाएंगे और उनके पीछे पार्टी के कार्यकर्ता साइकिल का रैली निकालेंगे. इसके जरिए समाजवादी पार्टी की कोशिश है कि सरकार को सवालों के कठघरे में खड़ा किया जाए. बात चाहे बेरोजगारी की हो, किसानों की हो, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की हो या फिर आजम खान का लंबे समय से जेल में रखने की हो, इन सारे मुद्दों को को लेकर यह साइकिल यात्रा कल पूरे प्रदेश में निकाली जाएगी.
हर जिले में 5 से 10 किलोमीटर तक की साइकिल यात्रा निकलेगी
हर जिले में 5 से 10 किलोमीटर तक की साइकिल यात्रा निकलेगी. खुद लखनऊ में इसकी शुरुआत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करेंगे. उनका रुट चार्ट क्या होगा ये आपको बताते हैं. वह सुबह 10 बजे पार्टी कार्यालय से साइकिल पर सवार होंगे और फिर मुख्यमंत्री चौराहा, 1090 चौराहा, अम्बेडकर पार्क चौराहा, लोहिया चौराहा, cms गोमती नगर चौराहा होते हुए सीधे गोमती नगर में बने जनेश्वर मिश्र पार्क पर पहुंचेंगे. तकरीबन साढ़े 6 किलोमीटर की ये दूरी पूरा करने में 2 घंटे का भी वक्त लग सकता है क्योंकि कल गाड़ियों का भी काफिला अखिलेश यादव के पीछे मौजूद रहेगा. जनेश्वर मिश्र पार्क पहुंच कर अखिलेश यादव जनेश्वर मिश्र को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
दरअसल, 2012 में जब समाजवादी पार्टी सत्ता पर काबिज हुई उसमें भी अखिलेश यादव ने जो साइकिल यात्रा निकाली थी उसकी बड़ी भूमिका रही है. खुद अखिलेश यादव साइकिल यात्रा को अपनी पार्टी और खुद के लिए लकी मानते हैं, इसीलिए एक बार फिर इस साइकिल यात्रा के जरिए कोशिश है कि 2022 में यूपी की सत्ता पर काबिज हुआ जाए और पार्टी के हर पोस्टर में आपको यह स्लोगन भी नजर आएगा कि 22 में बाइसिकल. पार्टी के एमएलसी उदयवीर सिंह का साफ तौर पर कहना है कि इस साइकिल यात्रा के जरिए सरकार की जो जनविरोधी नीतियां हैं उसे जनता तक पहुंचाने का काम पार्टी करेगी. वहीं कल से शुरू हो रहे प्रबुद्व सम्मेलन पर उनका कहना है कि पार्टी सभी वर्गों को साथ लेकर हमेशा से चलती रही है.
साइकिल यात्रा पर बीजेपी ने निशाना साधा
वहीं समाजवादी पार्टी की कल से शुरू हो रही साइकिल यात्रा पर बीजेपी ने निशाना साधा है. कन्नौज से बीजेपी के सांसद सुब्रत पाठक का साफ तौर पर कहना है कि समाजवादी पार्टी चाहे साइकिल यात्रा निकाले चाहे कोई भी यात्रा निकाले उससे कुछ भी अब होने वाला नहीं है. जनता बीजेपी के साथ है और आगे भी 2022 में बीजेपी को ही चुनेगी.
एक तरफ जहां साइकिल यात्रा के जरिए समाजवादी पार्टी की कोशिश है कि जनता के बीच सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर जाया जाए. तो वहीं प्रबुद्ध सम्मेलन के जरिए कोशिश है कि कैसे ब्राह्मण समाज को पार्टी से जोड़ा जाए. दरअसल, उत्तर प्रदेश में जब से बीएसपी ने ब्राह्मणों को साथ जोड़ने के लिए संगोष्ठी शुरू की उसके बाद से ही ब्राह्मणों को साथ लाने की सभी पार्टियों में होड़ सी मच गई है. अब समाजवादी पार्टी भी इस होड़ में पीछे नहीं रहना चाहती.
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