भिंड में एक घर से उठी तीन अर्थी
भिंड जिले के लहार कस्बे के बड़ोखरी गांव में शुक्रवार की सुबह एक परिवार के 3 लोगों की एक साथ अर्थी उठीं। मां, बेटा और बेटी की अर्थी बारी-बारी से उठाकर अंतिम संस्कार कराया गया। यह दृश्य देख गांव के लोगों की आंखों में आंसू झलक उठे। परिवार के लोग अपनों को खोने के गम में बिलखते रहे।
भिंड जिले के लहार कस्बे के बड़ोखरी गांव में एक परिवार के 3 लोगों की एक साथ अर्थी उठीं। मां, बेटा और बेटी की अर्थी बारी-बारी से उठाकर अंतिम संस्कार कराया गया। यह दृश्य देख गांव के लोगों की आंखों में आंसू झलक उठे। परिवार के लोग अपनों को खोने के गम में बिलखते रहे।
मनटोले का धंधा ठीक-ठाक चलता था। इसी बात को लेकर टशन एक रिश्तेदार व पड़ोस में रहने वाले कुछ लोगों से चल रही थी। अचानक तबीयत सभी की बिगड़ने पर मनटोले उसकी परिवार के सदस्य कुछ समझ नहीं सके। प्रथम तौर पर तंत्र मंत्र किए जाने का अंदेशा जान बैठे। इस पर मनटोले रात के समय किसी से दवाई भी लेकर आया। उसके परिवार के लोगों ने तंत्र मंत्र मिटाने के लिए झाड़-फूंक का भी सहारा लिया। परंतु सब कुछ भी बेअसर रहा। देर रात बारी-बारी से सभी बेसुध हो उठे थे। इस घटना के बाद सुबह तक रेखा लक्ष्मी और कान्हा की मौत हो चुकी थी। दोपहर के बाद जब पुलिस की मदद से बंद गेट को खुलवाया गया तो 3 लोग मृत अवस्था में मिले। वहीं मनटोले की हालत गंभीर बनी हुई थी। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इस बात की सूचना लगते ही गांव बड़ोखरी से पीड़ित का भाई राम खिलौना समेत अन्य परिजन बलरामपुर पहुंचे थे। यहां उन्होंने मनटोले का उचित उपचार कराते हुए मृत रेखा उसके बच्चों शव का शव अपनी सुपुर्दगी में लेते हुए वापस देर रात लौटे। तीन शवों के घर आते ही गांव में सन्नाटा खिच गया। हर कोई गमगीन हो उठा। रोनेधोने की चीख-पुकार उठने लगी। सुबह के समय मनटोले के बेटा कान्हा और बेटी लक्ष्मी का अंतिम संस्कार के लिए जलदाह क्रिया कराई गई। इसके बाद मनटोले की पत्नी रेखा का अंतिम संस्कार भी कराया गया। यह दृश्य देखकर हर किसी के आंखें नम हो उठीं।