अजब-गजब: ‘किलिंग स्टोन’ के टूटने के बाद आजाद हुआ खूंखार प्रेत! एक हजार साल से कैद था पत्थर में
दुनिया में इस समय उथल-पुथल मची हुई है। एक तरफ जंग चल रही है, तो दूसरी तरफ लोग भूखमरी का सामना कर रहे हैं। कोरोना महामारी ने दुनिया की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ कर रख दिया है। पहले से महंगाई की मार झेल रही दुनिया के सामने रूस-यूक्रेन युद्ध के रूप में एक नई चुनौती खड़ी है। इस जंग का असर पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। अब इस बीच एक अजीबोगरीब घटना ने लोगों की नींद उड़ा दी है।
जापान में एक पथ्तर दो अलग-अलग भागों में टूट गया है जिसे किलिंग स्टोन के नाम से जाना जाता था। जापान में कई लोगों का कहना है कि इस पत्थर में करीब एक हजार साल से ‘खूंखार प्रेत’ कैद था जो इसके टूटने के बाद अब आजाद हो गया है। इसको मानने वाले लोगों की इस घटना के बाद चिंता बढ़ गई है। अब उनको किसी बड़े अनहोनी का डर सता रहा है। आइए जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है?
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जापान में एक मान्यता है कि इस पत्थर के पास जाने वाले की मौत हो जाती है। पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि इस पत्थर का नाम सेशो-सेकी है। किंवदंती के मुताबिक, इस पत्थर में एक बुरी आत्मा का वास है। जापान के नासु में स्थित चट्टान रविवार को दो हिस्सो में बंटी हुई मिली थी। इसकी वजह से स्थानीय लोग डरे हुए हैं। उनका मानना है कि पत्थर में से बुरी आत्मा बाहर आ गई है।
जापान की पौराणिक कथाओं के मुताबिक, सेशो-सेकी पत्थर संपर्क में आने वाले व्यक्ति को मार देता है। मान्यता है कि इस पत्थर में एक दुष्ट लोमड़ी की आत्मा है जिसकी नौ-पूंछें थीं। इस लोमड़ी ने तमामो-नो-माई नाम की एक महिला का रूप धारण कर लिया। इसके बाद उसने सम्राट टोबा की हत्या की साजिश रची। लेकिन तमामो-नो-माई जब हार गई तो उसकी आत्मा पत्थर में फंस गई।
यह रहस्यमयी पत्थर नासु में ज्वालामुखी पहाड़ों के पास स्थित है। साल 1957 से यह पत्थर ऐतिहासिक स्थल के रूप में पंजीकृत है। लेकिन जब यहां पर पहुंचे लोगों ने इस पत्थर को दो टूकड़ों में टूटा हुआ देखा तो डर गए। किलिंग स्टोन के चारों तरफ बांधी गई रस्सी भी टूट गई थी। जापान में इस घटना के बाद कई लोग भयभीत हैं।