जयंती पर प्रताप नारायण मिश्र को किया याद
उन्नाव।
साहित्यकार और पत्रकार पं. प्रताप नारायण मिश्र की 166वीं जयंती उनके पैतृक गांव बेथर में मनाई गई। राज्य निर्माण एवं सहकारी संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र तिवारी ने कहा कि पं. प्रताप नारायण मिश्र ने हिंदी, हिंदू, हिंदुस्तान का मंत्र देकर पूरे देश को भाषाई, धार्मिक व सामाजिक एकता की राह दिखाई।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार में मजदूर, नौजवान किसान सभी को समुचित सुविधाएं मिल रही हैं। सभी को सम्मान के साथ जीने का अवसर मिला। सदर विधायक पंकज गुप्ता ने कहा कि साहित्य के माध्यम से हम लोग अपने जीवन में नया परिर्वतन ला सकते हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष शकुन सिंह ने प्रताप नारायण मिश्र को देश की महान विभूति बताया। सफीपुर विधायक बंबालाल दिवाकर ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए। पूर्व एमएलसी अरविंद त्रिपाठी, ब्लॉक प्रमुख प्रेम सिंह चंदेल ने कहा कि भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा हिंदी के लिए प्रारंभ किए गए अभियान को प्रताप नारायण मिश्र ने ऊंचाई तक पहुंचाया।
भाजपा नेता शशांक शेखर सिंह सनी, आनंद अवस्थी और प्रताप नारायन मिश्र पर शोध कर रहे बीएचयू के प्रोफेसर डॉ. विष्णु मोहन ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान प्रताप नारायण मिश्र विद्यालय के बच्चों ने उनके द्वारा रचित आल्हा खंड व उन्हीं की रचित प्रार्थना पितु, मातु, सहायक, स्वामि, सखा, तुम ही एक नाथ हमारे हो गाया। कारगिल युद्ध की संगीतमयी नाटिका प्रस्तुत कर लोगों में देश प्रेम का जज्बा भरा। राम लखन तिवारी ने आल्हा गायन से लोगों में वीर रस का संचार किया। स्काउट गाइड ने स्मारक परिसर में कैंप लगाया। इस दौरान अतिथियों ने प्रताप प्रसून मासिक पत्रिका का विमोचन भी किया।
शहर के महात्मा गांधी पुस्तकालय में अमर साहित्यकार पं. प्रताप नारायण मिश्र की जयंती मनाई गई। पूर्व प्राचार्य इंद्रप्रकाश दीक्षित, प्रवक्ता मो. नसीर, डॉ. रामनरेश, पुस्तकालय मंत्री अतुल मिश्र, पीके मिश्र, गुरुप्रसाद शुक्ला, महावीर यादव ने नमन किया।
