बिना ऑपरेशन किये हुआ टूटे जबड़े इलाज।
मेडिकल कॉलेज में शासन की ओर से ओरल एंड मैक्सिलोफेसियल सर्जन की तैनाती की गई है। सर्जन की तैनाती से मेडिकल कॉलेज में ही जबड़ा व चेहरे की टूटी हड्डी का ऑपरेशन इलाज द्वारा किया जा सकेगा। दो दिन पूर्व आयुष्मान गोल्डन कार्ड धारक मरीज के टूटे जबड़े का बिना ऑपरेशन सफल इलाज किया गया।
बहराइच।
मेडिकल कॉलेज संबद्ध महर्षि बालार्क जिला चिकित्सालय में शासन की ओर से ओरल एंड मैक्सिलोफेसियल सर्जन की तैनाती कर दी गई है। ऐसे में अब जबड़ा व चेहरे की टूटी हड्डी वाले मरीजों का आपरेशन तथा इलाज जिला मुख्यालय ही हो जाएगा। जिले के मरीजों को लखनऊ का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। डॉ. मनीष शुक्ला ने दो दिन पूर्व आयुष्मान भारत के मरीज के टूटे जबड़े का बिना आपरेशन के ही सफल इलाज किया। इसके अलावा नगरौर निवासी विनोद, महसी निवासी मंजू सिंह और श्रावस्ती के कटरा निवासी चांद बाबू समेत 10 जबड़ा टूटे मरीजों का बिना ऑपरेशन किए डेंटल वायरिंग (आईएमएफ) द्वारा सफल इलाज किया। डेढ़ महीने में तैनाती के दौरान बोन प्लाटिंग के द्वारा पांच मरीजों का ऑपरेशन कर इलाज किया है। डॉ. मनीष ने बताया कि अस्पताल में आकर नि:शुल्क इलाज लोग कराएं। किसी को लखनऊ के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
मेडिकल कालेज में सीनियर रेजिडेंट के पद पर तैनात डॉ. मनीष शुक्ला ने बताया कि प्रतिदिन 35 से 40 लोग ओपीडी में आते हैं जिनका जांच व परामर्श किया जाता है। साथ ही बेहतर इलाज के द्वारा उन्हें ठीक भी किया जा रहा है।