बढ़ेगा अन्न उत्पादन, घर में आएगी खुशहाली
बलरामपुर।
50 साल बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बटन दबाकर सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का लोकार्पण किया। नहरों में पानी आते ही किसानों के चेहरे खिल गए हैं। अब तक खेतों को पानी न मिलने से किसान दोहरी मार झेलने को मजबूर थे। अब नहरों के संचालन से कम पूंजी में खेतों की प्यास बुझेगी। साथ ही अन्न उत्पादन बढ़ने से किसानों की आय दोगुनी होगी। आजीविका मजबूत होने से पूर्वांचल के जिलों की धरती सोना उगलेगी। देश का खजाना भरने के साथ अन्नदाताओं के घर खुशहाली आएगी।
सरयू नहर परियोजना का शुभारंभ होने से उत्साहित किसानों ने प्रधानमंत्री के प्रति आभार जताया है। सदर ब्लाक के बलुआ-बलुई गांव निवासी गुरु प्रसाद ने कहा कि नहर का संचालन शुरू होने से अब खेतों की सिचाई के लिए भगवान भरोसे नहीं रहना होगा। असिचित क्षेत्र में सिचाई संसाधन सुलभ नहीं थे। निजी संसाधनों पर आने वाले खर्च से पूंजी निकालना भी मुश्किल था। बहराइच जिले के चित्तौरा ब्लाक निवासी ग्राम प्रधान रंजीत दास ने कहा कि उनके आश्रम के खेतों की सिचाई निजी संसाधनों से की जा रही थी। अब सरयू नहर का संचालन शुरू होने से फसल की सिचाई के लिए पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगे। बहराइच निवासी अयोध्या प्रसाद ने कहा कि सरयू नहर से हमारे खेतों की प्यास बुझेगी। साथ ही बारिश होने पर बाढ़ की समस्या से भी निजात मिलेगी। गोंडा जिले के छपिया निवासी अरुणा दत्त मणि त्रिपाठी ने कहा कि किसानों के लिए सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना वरदान साबित होगी। किसान कम लागत में अधिक फसल उत्पादन कर सकेंगे। इससे उन्हें पलायन नहीं करना पड़ेगा।