नगर पालिका में लाखों के गोलमाल की पोल खुली
उन्नाव।
नगर पालिका परिषद उन्नाव में नियमों की अनदेखी कर सरकारी धन में गोलमाल किया गया। जिम्मेदारों ने हर कदम पर नियमों और मानकों की धज्जियां उड़ाईं। किराये पर वाहन से लेकर प्रेक्षागृह की साज-सज्जा, सामुदायिक व पिंक शौचालय निर्माण में लाखों के गोलमाल का खुलासा हुआ है।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष अनुराग अवस्थी ने मुख्यमंत्री को भेेजे शिकायतीपत्र में नगर पालिका परिषद उन्नाव में लाखों के गोलमाल का आरोप लगाया था। शासन के आदेश पर डीएम रवींद्र कुमार ने एडीएम (वित्त/राजस्व) के नेतृत्व में चार सदस्यीय जांच टीम बनाई। इसमें अतिरिक्त मजिस्ट्रेट, एक्सईएन पीएमजीएसवाई और एई पीडब्लयूडी को शामिल किया गया। जांच में पाया गया कि टैक्स वसूली के लिए किराये पर लिए गए चार पहिया वाहन की बोर्ड से स्वीकृति नहीं ली गई। अधिकारियों ने इसमें 10.34 लाख का अनियमित भुगतान होने की पुष्टि की। एक करोड़ रुपये से निराला प्रेक्षागृह की साज- सज्जा में डिजाइन, ड्राइंग बनवाने के लिए लखनऊ की फर्म ऐमन कंसल्टेंट को कार्य आदेश जारी करके बिना डीपीआर उपलब्ध कराए ही 5.12 लाख का अनियमित अवैध भुगतान किया गया।
जिला अस्पताल के पास बनाए गए सामुदायिक व पिंक (केवल महिलाओं के लिए) शौचालय में संस्था को 50 प्रतिशत का एडवांस भुगतान कर वित्तीय अनियमितता की। जीआईसी मैदान में चारों तरफ फुटपाथ एवं डीलक्स शौचालय निर्माण में 44.46 लाख का इस्टीमेट स्वीकृत किया गया था। इसमें भी संस्था को आधी धनराशि एडवांस दे दी गई। जलकल का टैंकर, विद्युत कनेक्शन, जेसीबी मुफ्त उपलब्ध कराया गया। एडीएम राकेश कुमार ने बताया कि जांच में शिकायत सही पाई गई। खरीद और निर्माण में गड़बड़ी मिली है। जांच रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। शासन के आदेश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नगर पालिका प्रशासन ने कोरोना से बचाव के लिए खरीदे सामान में भी शासनादेश को ताक पर रख दिया। सामान की खरीदारी जेम पोर्टल से की जानी थी लेकिन जिम्मेदारों ने कोटेशन के आधार पर खरीदारी कर ली। अध्यक्ष की अनुपस्थिति में पुत्र द्वारा झंडारोहण किए जाने को भी जांच अधिकारियों ने अनियमितता मानते हुए अध्यक्ष व ईओ को दोषी पाया है। पूरी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है। डीएम रवींद्र कुमार ने कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट उप सचिव नगर विकास को भेज दी है।

प्रेम शंकर तिवारी।