निजी सचिव की मौत, दो इंस्पेक्टरों ने उन्नाव छोड़ा।
उन्नाव।
निजी सचिव विशम्भर की मौत की खबर मिलते ही दो इंस्पेक्टर जिला छोड़कर चले गए। खुद को गोली मारने से पहले निजी सचिव ने छोड़े गए सुसाइड नोट में दो इंस्पेक्टर व विवेचक के प्रताड़ित करने का जिक्र किया था।
पुलिस को मिले सुसाइट नोट में उन्नाव पुलिस की प्रताड़ना का जिक्र किया था। निजी सचिव के खुदकुशी के प्रयास करने के बाद जांच करने पहुंची लखनऊ आईजी लक्ष्मी सिंह ने औरास इंस्पेक्टर हर प्रसाद अहिरवार व एक दरोगा तमिजुद्दीन को निलंबित कर दिया था। मामले की प्रारंभिक जांच सीओ बांगरमऊ आशुतोष कर रहे हैं। तीन दिन में आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की।
बताया जा रहा है कि सुसाइड नोट में निजी सचिव ने दो इंस्पेक्टर और रिटायर हो चुके एक दरोगा पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। निजी सचिव के मौत की खबर मिलते ही दोनों इंस्पेक्टर जिला छोड़कर रवाना हो गए हैं। निजी सचिव पर केस दर्ज होने के बाद से औरास थाने में पांच इंस्पेक्टर तैनात रहे। इसमें संजीव कुमार यादव, सतीश कुमार गौतम, ओम प्रकाश रजक, राज बहादुर और हर प्रसाद अहिरवार हैं। शिकायत पर तत्कालीन एसपी एमपी वर्मा के निर्देश पर संजीव कुमार ने केस दर्ज किया था।
