उत्तर प्रदेश

भीषण सड़क हादसे में उजड़ा परिवार: पिता की मौत, मां अस्पताल में, मासूम बेटा सदमे में

स्थान: प्रेरणा स्थल, I.I.M रोड, सीमावर्ती थाना – मड़ियांव/ठाकुरगंज, लखनऊ

लखनऊ। क्राइम वीक न्यूज़
शहर की सड़कों पर लापरवाही और नशे की लत ने एक बार फिर एक खुशहाल परिवार की दुनिया उजाड़ दी।
कल रात्रि करीब 8:30 बजे लखनऊ ठाकुरगंज थाना के चौकी क्षेत्र प्रेरणा स्थल, I.I.M रोड पर एक तेज रफ्तार फोर व्हीलर (UP 78 JD 7108) ने पीछे से आ रही बाइक में जोरदार टक्कर मार दी, जिस पर एक परिवार – पति, पत्नी और दो बेटे सवार थे।
परिवार के मुखिया राजू शर्मा (35 वर्ष) की हादसे में मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पत्नी सावित्री देवी (32 वर्ष) गंभीर रूप से घायल होकर डेंटल अस्पताल में जीवन और मृत्यु से जूझ रही हैं। साथ में बैठा 12 वर्षीय बेटा रौनक को हल्की चोटें आई हैं, पर हादसे की भयावहता ने उसे अंदर से तोड़ कर रख दिया है।
परिवार का बड़ा बेटा सक्षम, पिता की मौत और मां की हालत देख सदमे में है और रो-रोकर बेसुध पड़ा है। रैथा रोड छठे मील में रहते थे, मूल रूप से सीतापुर के निवासी
पीड़ित परिवार मूल रूप से सीतापुर का रहने वाला है, लेकिन बीते कुछ वर्षों से लखनऊ के रेखा रैथा रोड रोड, छठे मील क्षेत्र में अपन निजी घर पर रहते थे । राजू शर्मा एक मेहनती और जिम्मेदार व्यक्ति थे, जो रोज़ी-रोटी की जद्दोजहद में शहर में रहकर अपने बच्चों को बेहतर भविष्य देने का सपना देख रहे थे।
मामले की प्रशासनिक स्थिति:
यह क्षेत्र मड़ियांव और ठाकुरगंज थाना सीमा में आता है।
हादसे के बाद मड़ियांव पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
वहीं, मामले की जांच व विधिक कार्यवाही ठाकुरगंज थाना द्वारा की जा रही है।
दुर्घटना को अंजाम देने वाला वाहन चालक नशे की हालत में था और तेज़ रफ्तार में गाड़ी चला रहा था। वाहन को जब्त कर लिया गया है और आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
एक परिवार का दर्द, एक मासूम की आंखों से बहता सवाल
यह हादसा सिर्फ एक व्यक्ति की मौत भर नहीं, एक बच्चे के सिर से पिता का साया उठ गया, मां अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है और बड़ा बेटा जिंदगी के सबसे मुश्किल मोड़ पर खड़ा है।
क्या सरकार इस टूटे परिवार का सहारा बनेगी?
क्या ये सिर्फ एक और आंकड़ा बनकर रह जाएगा या कोई न्याय और सहायता आगे बढ़ेगी?
स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और मोहल्लेवासियों ने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा शोक और आक्रोश व्यक्त किया है।
क्या ड्रंकन ड्राइविंग रोकने की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं है? क्या सड़क सुरक्षा सिर्फ योजनाओं और होर्डिंग तक सीमित रह गई है?
और कितने परिवार उजड़ें गे तब जाकर सिस्टम की नींद खुलेगी?
“राजू शर्मा जैसे मेहनतकश और जिम्मेदार पिता की असमय मौत ने यह साबित कर दिया कि शहर की सड़कें अब सुरक्षित नहीं रहीं। हम दिवंगत आत्मा को शांति और परिवार को इस असहनीय पीड़ा से लड़ने की शक्ति मिले।”

ब्यूरो रिपोर्ट- ज्ञानचंद।
ब्यूरो रिपोर्ट- ज्ञान सिंह।

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