उन्नाव।
बुखार के हमले में जिले में तीन लोगों की मौत हो गई। सात लोग गंभीर हैं। शनिवार को जिला अस्पताल की इमरजेंसी में सात मरीज भर्ती हुए। ओपीडी में बुखार के 120 मरीज पहुंचे। इनमें सात मरीजों का सैंपल डेंगू की जांच के लिए लखनऊ भेजा गया है।
बांगरमऊ तहसील के गांव बरौंकी निवासी सरोज (30) कस्बे की एक बैंक में संविदा कर्मचारी था। एक सप्ताह पहले उसे बुखार आया था। परिजन निजी डॉक्टर से उसका इलाज करा रहे थे। शनिवार को सरोज की मौत हो गई। गंजमुरादाबाद के बड़ीबाजार निवासी राजाराम (60) को पिछले दस दिन से बुखार आ रहा था। क्लीनिक संचालक से दवा लेकर इलाज चल रहा था। शुक्रवार रात उसने दम तोड़ दिया। परियर गांव निवासी रामऔतार (40) एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित था। पहले कस्बे के ही एक झोलाछाप से दवा लेता रहा। इससे उसकी हालत बिगड़ती गई। शुक्रवार रात हालत नाजुक होने पर परिजन कानपुर हैलट ले गए। वहां उसने दम तोड़ दिया।
बदलते मौसम के साथ बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। वायरल के बाद मलेरिया और डेंगू ने भी दस्तक दे दी है। शनिवार को ओपीडी में बुखार, वायरल व एलर्जी के 120 मरीज पहुंचे। 70 मरीजों की पैथोलॉजी में खून की जांच कराई गई। इमरजेंसी पहुंचे मरीजों में सदर कोतवाली के गंगाखेड़ा निवासी उन्नति (2), बारासगवर निवासी वैष्णवी (3), पूरन नगर निवासी हिमांशू (5), कब्बाखेड़ा निवासी वंदना (23), माखी निवासी अवधेश (35) व बंदाखेड़ा निवासी अंशू (12) को भर्ती किया गया। सीएमएस डॉ. पवन कुमार ने बताया कि मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही सैंपल और जांच की संख्या भी बढ़ाने के लिए कहा गया है।
जिला अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे कई दिनों से बुखार से पीड़ित मरीजों में शामिल ईदगाह पत्थर कालोनी निवासी सद्दाम हुसैन (28), दोस्तीनगर निवासी अंकुर त्यागी (27), अजगैन के चमरौली के जीपी मिश्रा (86), बंदूहार के महेंद्र (48), संभरखेड़ा की सोना (65), सफीपुर के नूरजहां (55) व कब्बाखेड़ा के रामचंद्र (40) के सैंपल डेंगू जांच के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ भेजा गया है।