चौक स्टेडियम में सीएमएस, गोल्फ सिटी के बच्चों का राज्य स्तरीय ऑल इंडिया कराटे चैंपियनशिप कार्यक्रम का भव्य आयोजन
9 वर्षीय दक्ष शर्मा ने गोल्ड मेडल जीतकर बढ़ाया लखनऊ का मान
लखनऊ –
सीएमएस, गोल्फ सिटी कॉलेज के बच्चों राज्य स्तरीय ऑल इंडिया कराटे चैंपियनशिप का भव्य और गरिमामय आयोजन चौक स्टेडियम के प्रांगण में किया गया। इस प्रतियोगिता में लखनऊ के उभरते हुए खिलाड़ियों ने भाग लिया और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इस अवसर पर लखनऊ के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. अग्निवेश शर्मा के सुपुत्र दक्ष शर्मा ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से न केवल सभी दर्शकों का दिल जीता बल्कि कराटे प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक (गोल्ड मेडल) जीतकर प्रथम स्थान हासिल किया। यह उपलब्धि न केवल दक्ष के लिए गौरव की बात है, बल्कि पूरे लखनऊ और उनके विद्यालय सीएमएस कॉलेज के लिए भी सम्मान की बात है।
दक्ष शर्मा की इस जीत के पीछे उनके गुरु व कराटे कोच रोशन सर का भी बड़ा योगदान रहा, जिन्होंने कठिन परिश्रम, अनुशासन और निरंतर प्रशिक्षण के माध्यम से इस युवा प्रतिभा को निखारा। दक्ष ने राज्य स्तर पर न सिर्फ व्यक्तिगत सफलता प्राप्त की, बल्कि अपने विद्यालय और अपने कोच का नाम भी पूरे प्रदेश में रोशन किया। आज का समय वह नहीं रहा जब खेल को केवल समय की बर्बादी समझा जाता था। एक समय था जब बच्चों को खेल के मैदान से दूर रहने की सलाह दी जाती थी क्योंकि लोगों को लगता था कि खेल भविष्य बिगाड़ता है। लेकिन आज वही सोच बदल चुकी है। आज का युवा शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी अपना भविष्य बना रहा है। दक्ष शर्मा जैसे होनहार बच्चे इस बात का प्रमाण हैं कि समर्पण, मेहनत और मार्गदर्शन से कोई भी बच्चा खेल जगत में नई ऊंचाइयों को छू सकता है।
आज के समय में खेल क्षेत्र भी रोजगार, प्रतिष्ठा और आत्मविश्वास का एक सशक्त माध्यम बन चुका है। हमारे देश के अनेक बच्चे आज खेलों के माध्यम से पुलिस, सेना, प्रशासन और अन्य सरकारी विभागों में नौकरियां प्राप्त कर रहे हैं। ऐसे में हमें उन माता-पिता को सलाम करना चाहिए जो अपने बच्चों को केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं रखते, बल्कि उन्हें मैदान की मिट्टी से जोड़ते हैं और हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करते हैं।
दक्ष शर्मा की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज और युवा वर्ग के लिए प्रेरणास्रोत है। यह खबर एक संदेश भी देती है कि अगर बच्चों को समय पर सही मार्गदर्शन, मंच और प्रोत्साहन मिले, तो वे किसी भी क्षेत्र में चमत्कार कर सकते हैं।
